तीन दिवसीय प्रवास के बाद आगरा रवाना हुए शंकराचार्य
बिलासपुर। नवरात्रि पर्व पर श्रद्धा, भक्ति और शुद्धता के साथ जीवन को नई दिशा देने का आह्वान करते हुए शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि इस पावन अवसर पर नवदुर्गा की आराधना में ध्यान और एकाग्रता महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जीवन में शुद्धता का भाव रखते हुए परिवार की खुशहाली के लिए मां दुर्गा की आराधना विधि-विधान से करें।
स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि नवरात्रि के दौरान किसी के प्रति द्वेष भावना न रखें और पूरी श्रद्धा के साथ देवी की पूजा-अर्चना करें। दशहरे के दिन भगवान शिव का प्रतीक नीलकंठ पक्षी देखने को शुभ बताते हुए उन्होंने कहा कि यह भगवान शिव का रूप माना जाता है। उन्होंने चिंता जताई कि अब नीलकंठ पक्षी शहरों में कम दिखाई देते हैं।
स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने दीक्षा संस्कार और संगोष्ठी के अंतिम दिन अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान किया। इसके बाद अशोक वाटिका में चरण पादुका पूजन और महाआरती का आयोजन हुआ, जिसमें पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह, विधायक अमर अग्रवाल, पूर्व विधायक शैलेश पांडे सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
स्वामी निश्चलानंद सरस्वती बुधवार को दोपहर में आगरा के लिए संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से रवाना हुए। उसलापुर स्टेशन पर बड़ी संख्या में भक्तों ने उन्हें विदाई दी और आशीर्वाद लिया।