रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में गुरुवार को डीएपी खाद की कमी को लेकर कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया। नारेबाजी और प्रश्नकाल में बाधा डालने के चलते विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने 30 कांग्रेस विधायकों को पूरे दिन के लिए निलंबित कर दिया।

विपक्ष का आरोप था कि राज्य में किसानों को जरूरी डीएपी खाद नहीं मिल पा रही है और सरकार इसे लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। इस मुद्दे को कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने उठाया और सरकार से डीएपी की उपलब्धता पर जवाब मांगा।

रमन सिंह बोले – 25 साल की परंपरा टूटी, गर्भगृह में की नारेबाजी
विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “सदन की कार्यवाही में इस तरह का व्यवधान 25 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है। मैंने कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन विपक्ष के सदस्य गर्भगृह तक जाकर नारेबाजी करते रहे। मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि उन्हें आज के लिए निलंबित किया जा रहा है।”

सरकार का पक्ष – केंद्र से आई कम सप्लाई
कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने बताया कि केंद्र सरकार ने खरीफ 2025 के लिए राज्य को 3.10 लाख मीट्रिक टन डीएपी देने का लक्ष्य तय किया है। अप्रैल से जून के बीच 2.19 लाख मीट्रिक टन की आपूर्ति योजना बनी थी, लेकिन 30 जून तक सिर्फ 1.08 लाख मीट्रिक टन डीएपी ही मिल सका है।
उन्होंने बताया कि पिछली रबी फसल के बचत स्टॉक को मिलाकर अब तक कुल 1.48 लाख मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है, लेकिन फिलहाल आपूर्ति योजना के मुकाबले कमी बनी हुई है।

संसदीय कार्यमंत्री का आरोप – कांग्रेस को भूपेश बघेल उकसा रहे
संसदीय कार्यमंत्री ने विपक्षी बर्ताव को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कांग्रेस विधायक सदन में सिर्फ हंगामा करने के इरादे से आए थे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आरोप लगाया कि वे कांग्रेस विधायकों को उकसा रहे हैं।

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