बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के सुलुकडीह गांव में एक व्यक्ति ने अपने बीमार बेटे के इलाज के लिए अंधविश्वास के चलते एक तीन साल के मासूम बच्चे की नरबलि दे दी।

सिर काटकर तीन दिन पास रखा

पुलिस के अनुसार, यह घटना लगभग डेढ़ साल पहले हुई थी, जब एक तीन साल का बच्चा लापता हो गया था। जांच के दौरान पुलिस को एक संदिग्ध पर शक हुआ, जिसे सामरीपाठ थाने में गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने अपने बीमार बेटे को ठीक करने के लिए अंधविश्वास में आकर बच्चे की बलि दी थी।

आरोपी, बच्चे को मिठाई और बिस्कुट का लालच देकर अपने साथ ले गया और फिर उसकी हत्या कर दी। पुलिस को आरोपी ने बताया कि उसने बच्चे का सिर काटकर तीन दिन तक अपने पास रखा था। इस खुलासे ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया।

नशे में खुद बता दी थी करतूत

बलरामपुर पुलिस ने इस मामले में गहन जांच की और कई सुरागों के आधार पर आरोपी तक पहुंची। आरोपी द्वारा एक व्यक्ति से नशे की हालत में किए गए कबूलनामे ने पुलिस को इस जघन्य अपराध का खुलासा करने में मदद की। 15 माह की मेहनत के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसे सामरीपाठ थाने में हिरासत में लिया गया।

पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित किया है।

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