रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बस्तर क्षेत्र के बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों के अपने दौरे के दौरान नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति बहाली और विकास कार्यों के लिए अनेक घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने नक्सली हिंसा से प्रभावित युवाओं और आत्मसमर्पित माओवादियों से मिलकर संवाद किया। उन्होंने कहा कि बस्तर अब शांति और विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। नक्सलवाद का शिकार हुए लोगों के पुनर्वास और उनके लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने की सरकार की नीति रंग ला रही है।
नक्सल पीड़ित युवाओं से संवाद
मुख्यमंत्री साय ने आत्मसमर्पित नक्सलियों और माओवादियों की हिंसा से पीड़ित नव आरक्षकों से संवाद किया। इस दौरान नव आरक्षक सुमित्रा, जिनके पिता की नक्सलियों द्वारा हत्या की गई थी, ने बताया कि पुनर्वास नीति के तहत उन्हें पुलिस में नियुक्ति मिली। मंगल मोड़ियम, जो 19 वर्षों तक नक्सल संगठन में शामिल थे, ने भी बताया कि अब वह माओवादियों की खोखली विचारधारा से निकलकर समाज में शांति स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं।
विकास कार्यों की सौगात
मुख्यमंत्री साय ने अपने दंतेवाड़ा दौरे के दौरान सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों और नागरिकों से भेंट की। उन्होंने नवरात्र पर्व की बधाई देते हुए कहा कि मां दंतेश्वरी के आशीर्वाद से जिले को 166 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की सौगात मिली है। इन योजनाओं में विशेष रूप से मंदिर परिसर में कॉरीडोर निर्माण और सुदूर क्षेत्रों के लिए महिला स्व-सहायता समूह को बस संचालन की जिम्मेदारी दी गई है, जिससे इन क्षेत्रों में विकास के नए द्वार खुलेंगे।
दो गांव बने जैविक ग्राम
मुख्यमंत्री ने अपने प्रवास के दौरान मसेनार और पाहुरनार गांवों को संपूर्ण जैविक ग्राम का प्रमाण पत्र प्रदान किया। जैविक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए दंतेवाड़ा जिले के 110 गांवों में 10 हजार से अधिक किसान जैविक खेती कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन ने महिला स्व-सहायता समूह को बस संचालन की जिम्मेदारी भी सौंपी, जिससे दूर-दराज के गांवों में आवागमन सुगम हो सकेगा।
167 करोड़ रुपये का लोकार्पण और भूमिपूजन
मुख्यमंत्री साय ने अपने दंतेवाड़ा दौरे में 167 करोड़ 21 लाख रुपये की लागत से विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि बस्तर के समग्र विकास के लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है और आने वाले दिनों में जनता की सहूलियत के अनुसार विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।
मां दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना
मुख्यमंत्री साय ने अपने दौरे के दौरान बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। उनके साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और वन मंत्री केदार कश्यप भी मौजूद थे।