छत्तीसगढ़ के कबीरधाम (कवर्धा) में न्यायिक हिरासत में बंद एक आरोपी की मौत के बाद प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी विकास कुमार को निलंबित कर दिया गया है। गांववालों के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह मंत्री ने सख्त कार्रवाई की है। विकास कुमार पर आरोप है कि उसकी पिटाई के चलते प्रशांत की तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उसकी अस्पताल में मौत हो गई।
कवर्धा में लोहाराडीह अग्निकांड के एक आरोपी प्रशांत साहू (27) की न्यायिक हिरासत में हुई मौत के बाद जिले के प्रशिक्षु आईपीएस विकास कुमार को निलंबित कर दिया गया है। गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि गांववालों ने शिकायत की थी कि आईपीएस अधिकारी ने हिरासत में प्रशांत के साथ मारपीट की थी। इस शिकायत पर मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कार्रवाई की गई है।
गृहमंत्री ने कहा कि पोस्टमॉर्टम और बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई स्पष्ट हो सकेगी। मृतक प्रशांत के भाई दीपक साहू ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाते हुए कहा कि उसके भाई को जेल में बेरहमी से पीटा गया था, जिससे उसकी उंगलियां और शरीर के अन्य हिस्सों में गहरी चोट थी।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा, “कबीरधाम में खून की होली खेली जा रही है। पुलिस की बर्बरता से प्रशांत साहू की मौत हुई है। गृहमंत्री विजय शर्मा को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।”
वहीं, प्रशांत साहू के परिवार को अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दे दी गई है। गृहमंत्री स्वयं अंतिम संस्कार में मौजूद रहेंगे। पुलिस का कहना था कि प्रशांत को मिर्गी की बीमारी थी। उसकी मौत स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण हुई।