बिलासपुर शहर में 15 किमी नई सड़क, मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेज, रायपुर से दर्री तक 6 लेन सड़क बनेगी

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान 31 जुलाई को दो अहम केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर राज्य को विकास की नई दिशा देने वाले कई बड़े फैसले कराए। एक ओर जहां सड़क और पुल परियोजनाओं को मंजूरी मिली, वहीं दूसरी ओर खेल और स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में भी कई नई योजनाओं पर सहमति बनी।

केंद्रीय मंत्री गडकरी से मुलाकात: सड़क विकास को मिली रफ्तार

मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ में अधोसंरचना विकास को लेकर चर्चा की। इस दौरान कई महत्वपूर्ण फैसले हुए:

7,000 करोड़ की सड़क परियोजनाओं को जल्द मंजूरी

राज्य में 7,000 करोड़ से ज्यादा की प्रस्तावित सड़क परियोजनाओं को जल्दी स्वीकृति देने के लिए गडकरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इससे राज्य में आवागमन बेहतर और तेज़ होगा।

600 करोड़ की सड़कों के लिए CRF फंड से स्वीकृति

केंद्रीय सड़क निधि (CRF) से 600 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है, जिससे कई ग्रामीण और शहरी सड़कों के निर्माण और मरम्मत का रास्ता साफ हो गया है।

रायपुर में बनेंगे 4 बड़े ब्रिज

राजधानी रायपुर में ट्रैफिक कम करने के लिए चार नए पुल बनाए जाएंगे, जिनका भूमि पूजन जल्द होगा। रायपुर से दूसरे जिलों तक की सड़कें भी दो लेन से चार लेन में बदली जाएंगी।

गति शक्ति पोर्टल से योजनाओं को मिलेगी तेजी

अब राज्य की सभी सड़क परियोजनाओं को ‘गति शक्ति पोर्टल’ से जोड़ा जाएगा, ताकि मंजूरी की प्रक्रिया तेज हो सके।

नए प्रोजेक्ट्स की मिली मंजूरी

  • राष्ट्रीय राजमार्ग 130A, NH-43 और NH-30 में कुल 95 करोड़ रुपये के कार्यों को स्वीकृति दी गई।
  • बिलासपुर शहर में 15 किमी नई सड़क, जिससे शहरी यातायात होगा आसान।
  • कटनी-गुमला मार्ग में 11 किमी नई सड़क, जिससे ग्रामीण संपर्क बढ़ेगा।
  • केशकाल के पहाड़ी इलाके में 4 किमी सड़क का मजबूतीकरण, जिससे वहां के लोगों को राहत मिलेगी।

नई औद्योगिक सड़क का डीपीआर जल्द

गडकरी ने रायपुर-आरंग-बिलासपुर-दर्री को जोड़ने वाली 95 किमी लंबी छह लेन सड़क की डीपीआर जल्दी तैयार करने को कहा है, जिससे औद्योगिक, कृषि और शैक्षणिक क्षेत्रों को सीधा फायदा मिलेगा।

मुख्यमंत्री साय ने कहा, “सड़कें केवल रास्ता नहीं होतीं, ये रोज़गार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं लोगों तक पहुंचाने का जरिया हैं। हम अंजोर विजन 2047 के तहत हर गांव को आधुनिक और सुरक्षित सड़कों से जोड़ने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”

केंद्रीय मंत्री मांडविया से मुलाकात: खेल और स्वास्थ्य शिक्षा पर घोषणाएं

मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय श्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया से भी मुलाकात की, जिसमें छत्तीसगढ़ को खेल और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई बड़ी सौगातें मिलीं।

बस्तर ओलंपिक को मिला ‘खेलो इंडिया ट्राइबल गेम्स’ का दर्जा

बस्तर में हर साल होने वाले पारंपरिक खेलों के आयोजन बस्तर ओलंपिक को अब राष्ट्रीय पहचान मिल गई है। इसे इस साल से ‘खेलो इंडिया ट्राइबल गेम्स’ के रूप में मान्यता दी गई है।
इससे जनजातीय युवाओं की प्रतिभा को राष्ट्रीय मंच मिलेगा और छत्तीसगढ़ की पारंपरिक खेल संस्कृति को पहचान।

रायपुर और बिलासपुर में मेडिकल-नर्सिंग कॉलेज

मुख्यमंत्री ने रायपुर और बिलासपुर में 220-बेड के मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज खोलने का प्रस्ताव रखा, जिसे केंद्र सरकार ने सकारात्मक रूप से लिया और जल्द मंजूरी का आश्वासन दिया।

नए स्टेडियम और प्रशिक्षण केंद्र की मांग

मुख्यमंत्री ने लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान (LNIPE) का क्षेत्रीय केंद्र छत्तीसगढ़ में खोलने और नए स्टेडियम व प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की भी मांग रखी। केंद्रीय मंत्री ने इस पर भी शीघ्र निर्णय का भरोसा दिलाया।

इन दोनों महत्वपूर्ण बैठकों में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, और सचिव राहुल भगत भी उपस्थित रहे।

 

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