रायपुर। बलौदाबाजार हिंसा में हटाए गए कलेक्टर कुमार लाल चौहान और पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार को निलंबित कर दिया गया है। वहीं गुरुवार को बलौदाबाजार कलेक्ट्रेट में सामान्य दिनों की तरह कामकाज शुरू हो गया। क्षतिग्रस्त वाहनों के बीमा क्लेम के लिए कल ही एक विशेष कार्यालय खोला गया है। इधर राजधानी में कल सतनामी समाज के प्रमुखों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर यह आदेश सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव अन्वेष धृतलहरे ने कल रात 11.30 बजे जारी किया।
ज्ञात हो कि बलौदाबाजार में सतनामी समाज के आंदोलन के दौरान हिंसक भीड़ ने कलेक्ट्रेट और एसपी दफ्तर में धावा बोल दिया था। उपद्रवियों ने दोनों जिला प्रमुख के कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा 60-70 चार पहिया तथा 200 बाइक जला दी गई थी। आंदोलनकारी अपने साथ केरोसिन, डंडे और पत्थर लेकर आए थे। घटना बाद 12 जून को कलेक्टर, एसपी को हटा दिया गया था।
बलौदाबाजार में दीपक सोनी को कलेक्टर तथा विजय अग्रवाल को एसपी के तौर पर पदस्थ किया गया है।
गुरुवार को बलौदाबाजार कलेक्टोरेट में सामान्य दिनों की तरह काम-काज फिर से शुरू हो गया। जिला प्रशासन की पहल पर बलौदाबाजार स्थित कलेक्टर परिसर स्थित संयुक्त कार्यालय में गत दिनों हुई आगजनी और तोड़फोड़ की घटना में क्षतिग्रस्त वाहनों के बीमा क्लेम दिलाने के लिए जनसुविधा केन्द्र स्थापित किया गया है। इस केन्द्र में बीमा क्लेम प्राप्त करने के लिए कोई भी आम नागरिक और शासकीय अधिकारी-कर्मचारी जिनका स्वयं का वाहन इस घटना में क्षतिग्रस्त हुआ है, इस केन्द्र में आवेदन जमा कर सकते हैं।
नवनियुक्त कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा घटना में क्षतिग्रस्त हुए वाहन के स्वामियों को बीमा क्लेम दिलाने में सहयोग दिया जा रहा है। जनसुविधा केन्द्र के नोडल अधिकारी जिला कोषालय अधिकारी को नोडल अधिकारी और जिला परिवहन अधिकारी तथा लीड बैंक मैनेजर को सदस्य बनाया है।
कलेक्टर सोनी ने बताया कि सभी विभागों के अधिकारी अपने-अपने विभागों का काम-काज सुचारू रूप से कर रहे हैं। उन्होंने जिले के नागरिकों से अपील की है कि जिले में शांति, सद्भाव बनाये रखने में जिला प्रशासन को सहयोग करें।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार की शाम अपने निवास कार्यालय में सतनामी महासभा समिति के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त करते हुए कहा कि इसमें दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही होगी। निर्दोष लोगों को किसी भी तरह से प्रताड़ित नहीं किया जाएगा। उन्होंने समाज के लोगों को भरोसा दिलाया कि शासन- प्रशासन द्वारा की जाने वाली कार्रवाई पूर्णतः न्यायसंगत होगी।
इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने एक स्वर से कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में शांति एवं सद्भावना बनाये रखने के लिए किए जा रहे कार्यों में समाज की पूर्णतः सहभागिता है और आगे भी रहेगी। उनके द्वारा बताया गया कि सतनामी समाज बाबा गुरु घासीदास का अनुयायी है और यह सदैव से एक शांतिप्रिय समाज रहा है। सतनामी समाज इस घटना की कड़ी निंदा करता है । घटना को असमाजिक तत्वों द्वारा अंजाम दिया गया है इसमें समाज की कोई संलिप्तता नहीं है। समाज मे इस घटना को लेकर गहरा दुख है। हम चाहते हैं कि जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई  हो।
इस अवसर पर गृहमंत्री विजय शर्मा, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, भूतपूर्व मंत्री एवं विधायक पुन्नू लाल मोहले और सतनामी समाज के प्रमुख डॉ बसन्त अंचल, लक्ष्मी सिन्हा, चौथराम भारद्वाज, राजेश आदिले, भुवनलाल लहरे, भरत लाल खांडे, रामेश्वर सोनहरे, एमपी कुर्रे, दिनेश लहरे, डॉ एस एल निराला, प्रदीप श्रृंगी, देवेंद्र रात्रे, डॉ प्रकाश कुर्रे आदि शामिल थे।

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