अब अंतरराष्ट्रीय पहचान बनेगी, दूरवर्ती और ऑनलाइन कक्षाएं और शोध के नए रास्ते खुले
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय, गुरु घासीदास विवि को नैक की ओर से ए डबल प्लस का रैंकिंग मिली है। यह रैंकिंग पांच वर्षों तक कायम रहेगी। यह सर्वाधिक उत्कृष्ट श्रेणी है, जिसे हासिल करने के लिए कुलपति की टीम उनके पदभार ग्रहण करने के बाद से ही लगातार काम कर रही थी।
इसी माह 15 से17 अप्रैल तक नैक की छह सदस्यीय पीयर टीम ने विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया था। 25 अप्रैल को इसका परिणाम जारी हुआ जिसमें इसे नैक ने ए प्लस-प्लस रैंकिंग दी है।
प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल ने 24 जुलाई 2021 को विश्वविद्यालय में कुलपति का पदभार ग्रहण किया था। पदभार संभालने के बाद से ही वे विश्वविद्यालय की रैंकिंग को उत्कृष्ट स्तर तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत थे। छत्तीसगढ़ में गुरु घासीदास विश्वविद्यालय एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय है। अन्य विश्वविद्यालयों से भी तुलना की जाए तो प्रदेश में यह एकमात्र है जिसे यह सर्वोत्तम रैंकिंग मिली है।
प्रो. चक्रवाल ने बताया कि नैक द्वारा निर्धारित मापदंडों करिकुलम आसपेक्ट्स, टीचिंग लर्निंग एवं इवेल्यूएशन, शोध, अनुसंधान, नवाचार एवं विस्तार, आधारभूत संरचना, लर्निंग रिसोर्स, स्टूडेंट सपोर्ट एवं प्रोग्रेशन, गवर्नेंस लीडरशिप एंड मैनेजमेंट, संस्थागत मूल्य एवं बेस्ट प्रैक्टिस को परखा। नैक पीयर टीम ने सभी बिंदुओं पर विश्वविद्यालय को श्रेष्ठ एवं गुणवत्तायुक्त पाया। नैक पीयर टीम ने पाया कि विश्वविद्यालय में शिक्षा, शोध, कला एवं संस्कृति, मानवीय मूल्यों, सामाजिक सरोकारों, नवाचार, खेल, राष्ट्र निर्माण की चेतना, स्वतःस्फूर्त विद्यार्थी मंच, रचनात्मकता और उद्यमिता के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य हो रहा है।
कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को समग्र रूप में क्रियान्वित करने में सक्रियता के साथ जुटा है। ए प्लस प्लस की रैंकिंग पायदान मात्र है। हमारा लक्ष्य विश्वविद्यालय को विश्व में नंबर एक बनाने का है। जनजातीय अंचल में स्थापित यह विश्वविद्यालय अपने मूल उद्देश्यों के प्रति समर्पित भाव के साथ विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है।
ए प्लस-प्लस ग्रेड मिलने से यहां के छात्रों को विदेशी नामचीन संस्थानों में प्रवेश में आसानी होगी। अब यह विश्वविद्यालय भारत में मौजूद दुनियाभर के समस्त दूतावासों से जुड़ जायेगा जिससे अब विदेशी विद्यार्थी सीधे यहां प्रवेश ले सकेंगे। डिग्री और अंकसूची में ए प्लस-प्लस दर्ज होगा जिससे विद्यार्थियों को शैक्षणिक उन्नयन में मदद मिलेगी। चार वर्षीय बीएड कोर्स का प्रारंभ होगा जिसमें 12वीं के बाद विद्यार्थी सीधे प्रवेश ले सकेंगे। ऑनलाइन एवं दूरस्थ शिक्षा का केंन्द्र प्रारंभ किए जा सकेंगे। शोध के लिए राष्ट्रीय संस्थानों से अनुदान प्राप्त करने में आसानी होगी।
केन्द्रीय विश्वविद्यालय के ए प्लस-प्लस ग्रेड पाने की खबर मिलते ही विश्वविद्यालय प्रांगण में खुशियों का संचार हो गया। फूल मालाओं, ढोल नगाड़े और आतिशबाजी के साथ विश्वविद्यालय परिवार के समस्त सदस्यों ने कुलपति का स्वागत किया। रजत जयंती सभागार में उनका फूल माला एवं पुष्पगुच्छों से अभिनंदन किया गया।