छत्तीसगढ़ में एक महिला द्वारा बीजेपी जिलाध्यक्ष सहित कई अन्य लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाने के बाद क्षेत्र में भारी हड़कंप मचा है। युवती अपने परिजनों के साथ थाने पहुंची और एफआईआर दर्ज करने की मांग की।

घटना सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की है। आरोपित बीजेपी जिलाध्यक्ष सुभाष जालान ने भी थाने पहुंचकर आरोपों का खंडन किया और खुद के खिलाफ षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई की मांग की। इस मामले ने स्थानीय राजनीति में गरमाहट पैदा कर दी है। पुलिस जांच के बाद ही सच्चाई सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है।

प्रदर्शन और गंभीर आरोपों की गूंज

बुधवार को पीड़िता ने अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया, जिसके बाद यह खबर पूरे इलाके में तेजी से फैल गई। पीड़िता का आरोप है कि बीजेपी जिलाध्यक्ष सुभाष जालान, समिति प्रबंधक मोतीलाल प्रधान, बलौदाबाजार के माखन सिंह कंवर और बिलाईगढ़ जनपद सीईओ प्रतीक प्रधान इस घिनौने अपराध में शामिल हैं। वहीं, कई लोगों में चर्चा है कि समिति के दो कर्मचारियों ने इस शिकायत की साजिश रची है।

आरोपों के बीच घिरी राजनीति

इस पूरे प्रकरण के बाद क्षेत्र में राजनैतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस नेता और नगर पंचायत सरसीवा के अध्यक्ष नीतीश बंजारे ने गुरुवार को थाने पहुंचकर स्पष्ट किया कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है, जबकि उन्हें भी षड्यंत्र के तहत फंसाने की कोशिश की जा रही है। दूसरी ओर, बीजेपी नेताओं ने गोपी टंडन और प्रदीप यादव पर जान से मारने और फर्जी आरोपों में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया है।

पुलिस जांच का आश्वासन

इस मामले में सारंगढ़-बिलाईगढ़ के एसपी पुष्कर शर्मा और अन्य अधिकारी फिलहाल मौन साधे हुए हैं। पुलिस द्वारा जांच के बाद ही कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। हाल ही में क्षेत्र में दुष्कर्म के झूठे आरोपों के मामलों में समझौते होते रहे हैं, जिससे प्रशासनिक अधिकारी भी सतर्क हो गए हैं और शिकायत की सूक्ष्मता से जांच की बात कह रहे हैं।

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