बिलासपुर: डॉ. सीवी रमन विश्वविद्यालय और भारतीय शिक्षण मंडल, छत्तीसगढ़ प्रांत के संयुक्त तत्वावधान में ‘विजन फॉर डेवलप्ड इंडिया’ विषय पर शोध पत्र लेखन प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में विदर्भ, देवगिरी, महाराष्ट्र प्रांत के भारतीय शिक्षण मंडल के संगठन मंत्री डॉ. नितेश सिंह और भारतीय शिक्षण मंडल छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राजेंद्र लाकपाले शामिल हुए।

मुख्य वक्ता डॉ. नितेश सिंह ने इस अवसर पर कहा कि राष्ट्र धर्म और राष्ट्र हित के अध्ययन और लेखन को शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत भारतीयता और स्थानीयता की महत्ता पर भी विस्तार से चर्चा की।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल आजीविका नहीं, बल्कि जीवन के लिए होना चाहिए। उन्होंने भारतीय शिक्षा के परिप्रेक्ष्य को समझने और उसे मानने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही, भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा भारतीयता के लिए किए गए अद्वितीय और महत्वपूर्ण कार्यों की सराहना की, जो नए भारत और भारत बोध के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं।

भारतीय शिक्षण मंडल छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राजेंद्र लाकपाले ने स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम की सार्थकता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर अंबर व्यास, मंत्री भारतीय शिक्षण मंडल, और प्रोफेसर पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय भी उपस्थित थे। डॉ. जयशंकर यादव ने धन्यवाद ज्ञापन किया, जबकि कार्यक्रम का समन्वय डॉ. ब्रह्मेश श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनुपम तिवारी ने किया।

इस अवसर पर डॉ. काजल मोहित्र, विकास तिवारी, श्री प्रकाश शुक्ला सहित छत्तीसगढ़ के सभी विश्वविद्यालयों के शोधार्थी, डॉ. सीवी रमन विश्वविद्यालय के प्राध्यापक और विद्यार्थी भी मौजूद रहे।

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here