भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार के विभागों वाले सतपुड़ा भवन में सोमवार को भीषण आग लग गई। बहुमंजिली इमारत की तीसरी मंजिल में लगी आग ने अन्य कई मंजिलों को अपनी चपेट में ले लिया। सोमवार शाम चार बजे लगी इस आग की वजह से काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज व फर्नीचर नष्ट हो गए हैं। आग पर काबू पाने के लिए एएआई, तेल कंपनियों व सेना की दर्जनों दमकल गाड़ियां लगाई गई हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि आग इतनी भीषण थी कि देर रात तक भारतीय वायुसेना का एक विमान और एमआई-17 हेलिकॉप्टर को भी आग बुझाने के लिए शामिल किया गया। सुबह 4 बजे तक आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया।
बहुमंजिला सरकारी विभागों वाला सतपुड़ा भवन, राज्य सचिवालय बल्लभ भवन के सामने एक पहाड़ी पर स्थित है। यहां राज्य सरकार के कई विभागों के ऑफिस हैं। शाम चार बजे यहां की तीसरी मंजिल पर आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण करते हुए अन्य मंजिलों को भी चपेट में लेना शुरू कर दिया। आग की भयंकर लपटें छठवीं मंजिल और छत तक पहुंच गई।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि सेना, इंडिया ऑयल कॉरपोरेशन, बीपीसीएल, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, भेल, मंडीदीप और रायसेन से दमकल और दमकल कर्मियों को बुलाया गया। लेकिन आग इतनी भीषण है कि उस पर काबू करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर वायुसेना की मदद मांगी है। रक्षा मंत्री के निर्देश पर एएन-32 विमान और एमआई-15 हेलीकॉप्टर रात में भोपाल पहुंचे। इससे सतपुड़ा भवन में लगी आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। इन विमानों की मदद से ऊपर से पानी डालकर आग को बुझाने की कोशिश की गई।
राज्य सरकार ने आग लगने के संभावित कारणों की जांच के लिए वरिष्ठ नौकरशाहों की एक कमेटी बनाई है। कमेटी में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह), प्रधान सचिव (शहरी प्रशासन), प्रधान सचिव (पीडब्ल्यूडी) और अतिरिक्त महानिदेशक (अग्नि) शामिल हैं।
जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि आग पर काबू पाने के लिए सारे संसाधन जुटाए गए हैं। लगभग 22 फायर टेंडर और 40 टैंकर अब तक बुझाने के अभियान में शामिल हैं। मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में काफी अधिक फाइल्स होने की वजह से अंदर काफी धुआं भी है। धुएं की वजह से दमकल कर्मियों परेशानी हो रही है। भोपाल के पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने कहा कि प्रथम दृष्टया सूचना के अनुसार और मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि एयर कंडीशनर में शॉर्ट सर्किट के कारण इमारत की तीसरी मंजिल पर आग लगी और हवा के कारण अन्य मंजिलों तक पहुंच गई। आग की वजह से अंदर स्थित आदिवासी कल्याण और स्वास्थ्य विभाग के काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज व फाइल्स के अलावा फर्नीचर जलकर खाक हो चुके हैं।