यूपी हाईकोर्ट में भी लगाई गई है हवाई सेवा बहाल करने के लिए PIL

बिलासपुर। घरेलू और चार्टर्ड उड़ान सेवाएं देने वाली कंपनी Alliance air ने इस संबंध में नागरिक उड्डयन निदेशालय (DGCA) से अनुमति मांगी है।
घरेलू और चार्टर्ड उड़ान सेवाएं प्रदान करने वाली एलायंस एयर ने इस संबंध में नागरिक उड्डयन निदेशालय (डीजीसीए) से अनुमति मांगी है। हालांकि, टिकटों की बिक्री अभी शुरू नहीं हुई है और इसकी तारीखों की भी पुष्टि नहीं हुई है।
प्रयागराज से मिली जानकारी के मुताबिक वहां के हवाई अड्डे के निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि एयरलाइन को डीजीसीए से अनुमति मिलने के बाद उड़ानें बहाल करने से पहले भारतीय वायु सेना से एक और मंजूरी की आवश्यकता होगी।
एलायंस एयर ने विमानों की कमी का हवाला देते हुए 28 मार्च को दोनों शहरों के बीच हवाई सेवा बंद कर दी थी। इसी दौरान निजी विमानन कंपनी ने प्रयागराज और पुणे के बीच भी उड़ानें बंद कर दी थीं।
 यात्रियों की ट्रैफिक अच्छा होने के बावजूद उड़ानें बंद करने के बाद प्रयागराज के बमरौली हवाई अड्डे से बिलासपुर और पुणे समेत अन्य प्रमुख शहरों के लिए हवाई सेवा बंद करने का मामला तब मई को हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली और जस्टिस विकास बुधवार की खंडपीठ ने हवाई सेवाएं अधिवक्ता विनीत पांडे द्वारा दायर जनहित याचिका के माध्यम से इलाहाबाद उच्च न्यायालय तक पहुंच गया था।
हालांकि, एलायंस एयर के एक प्रतिनिधि ने कहा था कि उसके 20 विमानों में से छह में तकनीकी खराबी के कारण प्रयागराज-बिलासपुर सेवा रोक दी गई थी।
वर्तमान में, प्रयागराज से दिल्ली, भुवनेश्वर, भोपाल, देहरादून, लखनऊ, मुंबई और बेंगलुरु के लिए हवाई सेवाएँ हैं। इंडिगो, अकासा एयर और एयर इंडिया यहां से संचालित होने वाली तीन प्रमुख एयरलाइंस हैं। अकासा एयर 25 मई से प्रयागराज और मुंबई के बीच उड़ान शुरू करने की तैयारी में है।
ज्ञात हो कि यात्रियों की संख्या के मामले में प्रयागराज हवाई अड्डा उत्तर प्रदेश का चौथा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है और आगामी महाकुंभ-2025 के साथ यात्रियों की संख्या में काफी वृद्धि होने की उम्मीद है।

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