गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (छत्तीसगढ़)। जिला पुलिस ने अंतरराज्यीय गांजा तस्करी पर एक बार फिर कड़ा प्रहार किया है। साइबर सेल और पेंड्रा थाने की संयुक्त कार्रवाई में दो गांजा तस्कर पकड़े गए, जिनके पास से XL 6 कार और 220 किलो गांजा बरामद किया गया।

पिछले एक महीने में यह तीसरी बार है जब पुलिस ने इस तरह कामयाबी हासिल की है। अब तक 11 तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 4.85 क्विंटल गांजा के साथ पांच चारपहिया वाहन भी जब्त किए गए हैं। इसके अलावा, लाखों रुपये के बैंक खाते भी फ्रीज कर दिए गए हैं।

सीएम के निर्देशों पर हो रही कार्रवाई

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर में एक एसपी-कलेक्टर्स कांफ्रेंस में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया था। बिलासपुर रेंज आईजीपी डॉ. संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन में जीपीएम पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। जानकारी के आधार पर इस बार पतगंवा के पास टीम को तैनात किया गया। यहां XL 6 वाहन में गांजा की तस्करी करते हुए दो तस्कर धर लिए गए।

गिरफ्तार तस्करों की पहचान

गिरफ्तार आरोपियों में रामप्रसाद यादव और सोनू पांडे शामिल हैं, जो मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के रहने वाले हैं। इनसे पूछताछ के दौरान अन्य सहयोगियों और सप्लायर्स की भी जानकारी मिली है, जिस पर आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। बरामद गांजा ओडिशा के बलांगीर क्षेत्र से मध्यप्रदेश के राजेंद्रग्राम ले जाया जा रहा था।

बरामद सामान

  • गांजा: 2.2 क्विंटल (मूल्य लगभग ₹41 लाख)
  • XL 6 कार: अनुमानित मूल्य ₹10 लाख
  • मोबाइल: 3 नग
  • नगदी: ₹1500

कुल बरामद मशरूका लगभग ₹51 लाख का है।

पिछले एक माह की उपलब्धियां

जीपीएम पुलिस ने पिछले एक महीने में तीन मामलों में करीब 485 किलो गांजा, जिसका बाजार मूल्य लगभग ₹1 करोड़ है, बरामद किया है। इसके साथ ही पांच चारपहिया वाहन, जिनकी कीमत ₹60 लाख है, भी जब्त किए गए हैं। तस्करों के वित्तीय लिंक ट्रेस कर दो दर्जन बैंक खातों को होल्ड किया गया है। इस अवैध तस्करी में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुल 11 व्यक्तियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। सभी मामलों में एनडीपीएस एक्ट की धारा 20बी और 29 के तहत कार्रवाई की गई है।

पुलिस टीम की भूमिका

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल के मार्गदर्शन में डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा और डीएसपी निकिता तिवारी मिश्रा के सुपरविजन में पेंड्रा थाना प्रभारी नवीन बोरकर, साइबर सेल प्रभारी सुरेश ध्रुव, और अन्य पुलिसकर्मियों की इस कार्रवाई में अहम भूमिका रही।

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