बिलासपुर। लम्बे लॉकडाउन के कारण अनेक गरीब व मजदूर परिवारों के सामने राशन-भोजन की समस्या खड़ी हो गई है। अनेक स्वयंसेवी संस्थाओं और जन सहयोग से नगर-निगम द्वारा ऐसे लोगों तक पहुंचकर मदद करने की कोशिश की जा रही है वहीं जिला पुलिस को जब भी सूचना मिलती है वे लोगों तक सहायता पहुंचा रहे हैं। यहां तक मैदान पर तैनात जवानों और सिपाहियों को अपनी ड्यूटी के दौरान ऐसे पीड़ितों का प्रत्यक्ष सामना करना पड़ रहा है। बिना किसी प्रक्रिया में उलझे वे व्यक्तिगत रूप से स्वयं के खर्च पर भी ऐसे जरूरतमंदों को तुरंत सहायता पहुंचाकर मानवता का उदाहरण दे रहे हैं।

ऐसे ही एक वायके में तोरवा थाने से डायल 112 को सूचना को मिली कि बूढ़ादेव नगर देवरीखुर्द में अपनी दो साल की बच्ची के साथ अंजली भार्गव तथा अभिषेक भार्गव (30 वर्ष) के घर में राशन, पैसा सब खत्म हो गया है। यह मजदूर परिवार दो दिन से भूखा था। 112 में तैनात आरक्षक संतोष राठौर और चालक सुभाषकुमार को जब इसका पता चला तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने खुद के पैसों से 20 किलो चावल, चार किलो दाल, हरी सब्जियां खरीदी और गैस सिलेंडर को रिफिल कराके दिया। पुलिस की मदद से मजदूर के घर में आज खाना तैयार हो सका।

इसी तरह हिर्री में तैनात 112 डायल के आरक्षक संजय विश्वास व चालक किशोर साहू ने पाया कि ग्राम बोड़सरा में गोयल डिपो के सामने करीब 60 साल की एक बुजुर्ग महिला सीमेन्ट की पाइप के नीचे बैठी हुई है। वह भूख की वजह से काफी कमजोर हो गई थी। जवानों ने तत्काल उसके लिए भोजन की व्यवस्था की। वह अपना नाम नहीं  बता पा रही है। महिला को व्यावसायिक परिसर पेन्ड्रीडीह में रुकवाया गया है। थाना प्रभारी द्वारा उसके लिए दोनों समय के भोजन की व्यवस्था भी की गई है।

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