सीडब्ल्यूसी की टीम ने किया रेस्क्यू, पुलिस और शिक्षा विभाग कर रहा कार्रवाई

रायगढ़। जिले के खरसिया में एक शिक्षिका ने 5 साल की मासूम बच्ची को चार दिन से बाथरूम में भूखे प्यासे बंद करके रखा था। सूचना मिलने पर पहुंची सीडब्ल्यूसी की टीम ने उसे छुड़ाया और अपने संरक्षण में ले लिया। महिला शिक्षिका से 9 साल पहले भी एक बच्ची को इसी तरह रेस्क्यू किया गया था। इस मामले में रायगढ़ पुलिस के जिला शिक्षा अधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 अप्रैल को कार्यालय मे उपस्थित होकर जवाब देने कहा है।  

बाल संरक्षण समिति को गुरुवार को सूचना मिली थी कि खरसिया में आशा अग्रवाल नाम की एक शिक्षिका ने पांच साल की एक बच्ची को अपने घर में रखा है और उसे मारती-पीटती है तथा खाना नहीं देती है। सूचना मिलने पर बाल विकास विभाग की प्रभारी परियोजना अधिकारी सुनीता जायसवाल पुलिस के साथ वहां पहुंची और कुंडी खोलकर बाथरूम में बंद एक कोने में दुबककर बैठी हुई बच्ची को बाहर निकाला। आशा के पति ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि करीब दो साल पहले विश्रामपुर से बच्ची को लेकर आए थे। यह उसके ड्राइवर की बच्ची है। उसने गरीबी के चलते इसे हमारे पास दे दिया ताकि यह पढ़ लिख ले। महिला का पति यह बहाना कर रहा था कि बच्ची अपनी शौक से बाथरूम में बंद होती रहती है। लेकिन उसके पास इस बात का कोई जवाब नहीं था कि बाथरूम का कुंडा बाहर से किसने और क्यों लगाया।

बिलासपुर से उसके यहां 20 दिन पहले घरेलू काम करने के लिए आए सुखदेव ठाकुर ने बताया कि एक और बच्चा यहां था जो भाग गया है। मेडम का व्यवहार बच्चे के प्रति अच्छा नहीं है।

बच्ची ने पूछने पर कहा कि वह चार दिन से खाना नहीं खाई है। रात में भी उसे बाथरूम में ही रखा जाता था। हालांकि उसे घर के सामने एक स्कूल में पढ़ने के लिए भेजा जाता है।

मालूम हुआ है कि उक्त महिला शिक्षिका पहले भी गरीब परिवार के बच्चों को पढ़ाने-लिखाने के नाम से लाकर प्रताड़ित करती रही है। 9 साल पहले भी मुस्कान अभियान के तहत महिला बाल विकास विभाग ने उसके घर में बंधक बनाए गए एक बच्चे को छुड़ाया था।

बच्ची को छुड़ाने के बाद रायगढ़ के मातृ निलयम संस्था में रखा गया है। पुलिस ने कहा कि चाइल्ड लाइन और बाल संरक्षण समिति की ओर से कार्रवाई की रिपोर्ट आने पर महिला शिक्षिका के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इधर रायगढ़ के जिला शिक्षा अधिकारी ने घटना को संज्ञान लेते हुए महिला शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।

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