आक्रोशित नागरिकों ने घंटों किया थाने का घेराव तब हुई कार्रवाई
बिलासपुर। सड़क निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे में बुधवार की रात गिरकर डेयरी संचालक की हुई मौत को लेकर नागरिकों के घेराव करने के बाद लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता, सब इंजीनियर, ठेकेदार और उसके बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
उसलापुर अलका एवेन्यू के आगे पीडब्ल्यूडी सड़क चौड़ीकरण कार्य करा रहा है। इसका ठेका डीसी कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। सड़क के बीचोंबीच पुलिया बनाने के लिए ठेकेदार ने 10 फीट का गहरा गड्ढा खोदा था लेकिन यहां पर कोई बैरिकेड या रात में गुजरने वालों को सावधान करने के लिए रिफ्लेक्टर आदि नहीं लगाए गए थे। बुधवार की रात एक के बाद एक चार लोग इसमें गिरकर घायल हो गए। इसके बाद करीब 9 बजे उषा उपवन कॉलोनी के रहने वाले 63 वर्षीय कृपाल सिंह गाबा भी बाइक सहित गड्ढे में गिर गए। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। रात में ही आक्रोशित कॉलोनी वासी सिविल लाइन थाने पहुंच गए और उन्होंने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों तथा ठेकेदार के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग की। पुलिस एफआईआर दर्ज करने के बजाय पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार करने का बात कहती रही। अगले दिन सुबह पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि गड्ढे में गिरने से आई चोट के कारण ही डेयरी संचालक की मौत हुई है। इस पर भी रिपोर्ट दर्ज करने में सिविल लाइन पुलिस आनाकानी करती रही, तब बड़ी संख्या में मोहल्ले वालों ने पहुंचकर थाने का घेराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 304 और 34 के तहत पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री एके चौरसिया, सब इंजीनियर दीपक खंडेलवाल डीसी कंस्ट्रक्शन के मालिक देवचरण राठौर और उसके बेटे गुड्डू राठौर के खिलाफ अपराध दर्ज किया।