22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले का जवाब था ऑपरेशन सिंदूर

नई दिल्ली। भारतीय सेना ने 7 मई 2025 को “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू कर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला किया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे।


1999 और 2019 के हमलों से जुड़े आतंकी किए गए ढेर

लेफ्टिनेंट कर्नल राजीव घई ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि भारतीय सेना की कार्रवाई में नौ बड़े आतंकी ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। इन ठिकानों पर मौजूद आतंकियों में 1999 के आईसी-814 विमान अपहरण और 2019 के पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड शामिल थे। यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ, और मुदस्सिर अहमद जैसे कुख्यात आतंकी इस ऑपरेशन में मारे गए। सेना के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर में कुल 100 से अधिक आतंकवादियों को खत्म किया गया।


पाकिस्तानी जवाबी हमले हुए नाकाम, भारत की वायु सुरक्षा ने दिखाई ताकत

पाकिस्तान ने 8 और 9 मई की रात ड्रोन और मिसाइलों के जरिए भारत पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सभी हमलों को विफल कर दिया। जवाबी कार्रवाई में भारतीय वायुसेना ने लाहौर और गुजरांवाला के पास स्थित पाकिस्तानी रडार ठिकानों पर हमला कर उन्हें निष्क्रिय कर दिया। हालांकि इस दौरान भारत के पांच सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए।


पाकिस्तान ने सीजफायर का किया उल्लंघन, सेना ने दी चेतावनी

10 मई को भारत और पाकिस्तान ने युद्धविराम (सीजफायर) की घोषणा की थी, लेकिन पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन करते हुए एलओसी पर गोलीबारी जारी रखी। भारतीय सेना ने साफ किया कि यह ऑपरेशन केवल आतंकियों और उनके ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया, पाकिस्तानी सेना या नागरिकों के खिलाफ नहीं था। सेना ने यह भी चेताया कि अगर पाकिस्तान की ओर से फिर कोई उकसावे वाली कार्रवाई होती है, तो जवाब और भी कठोर होगा।


भारत की स्पष्ट नीति : शांति की पहल, लेकिन आतंक के खिलाफ सख्ती

विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन आतंकवाद को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि “ऑपरेशन सिंदूर” भारत की आत्मरक्षा और आतंक के खिलाफ मजबूत नीति का प्रतीक है।

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