बिलासपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने डिजिटल युग में न्याय प्रणाली को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक नई पहल की। मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित एक कार्यक्रम में 200 iPads का वितरण न्यायिक अधिकारियों के बीच किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य न्यायिक प्रक्रिया में प्रौद्योगिकी के महत्व को रेखांकित करना और न्याय तक पहुँच को सुगम बनाना था।

मुख्य न्यायाधीश का वक्तव्य

मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने कहा, “iPads जैसे डिजिटल उपकरण न्यायिक प्रक्रियाओं में दक्षता, पारदर्शिता और समावेशिता के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेंगे। यह वितरण सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।” उन्होंने यह भी कहा कि तकनीक न्याय प्रक्रिया को सशक्त बनाते हुए मानवीयता को बनाए रखने में सहायक होनी चाहिए। कार्यक्रम में उपस्थित जस्टिस रजनी दुबे ने भी अपने विचार रखे।

तकनीकी सत्र और विषय

कार्यक्रम में “साइबर अपराध और डिजिटल साक्ष्य” विषय पर एक तकनीकी सत्र आयोजित किया गया, जिसमें न्यायिक अधिकारियों को डिजिटल तकनीकों के कुशल उपयोग के लिए प्रेरित किया गया।

कार्यक्रम की मुख्य बातें

  • कार्यक्रम में 260 न्यायिक अधिकारियों, जिला एवं सत्र न्यायालय के प्रधान न्यायाधीशों और उच्च न्यायालय के जजों ने भाग लिया।
  • मुख्य न्यायाधीश ने न्यायिक अधिकारियों को डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर कार्यकुशलता बढ़ाने का आह्वान किया।
  • राज्य न्यायिक अकादमी और उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी आयोजन में भाग लिया।

मुख्य न्यायाधीश ने सभी न्यायिक अधिकारियों, न्यायालय के सदस्यों और मीडिया का धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम के सफल आयोजन की सराहना की।

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