दंत चिकित्सकों का राज्य स्तरीय द्वितीय वर्कशॉप आयोजित
बिलासपुर। सिम्स सभागार में पहली बार माइक्रोवस्कूलर सर्जरी का लाइव वर्कशॉप रखा गया, जिसका प्रदेश के दंत चिकित्सकों व चिकित्सा महाविद्यालयों के छात्रों ने एक साथ लाभ उठाया।
सिम्स के दंत रोग विभाग में द्वितीय राज्य स्तरीय सीडीई- लाइव वर्कशॉप का आयोजन बीते 24 फरवरी को किया गया। इस कार्यक्रम की विशेषता यह थी कि पहली बार छत्तीसगढ़ में माइक्रोवस्कुलर- लाइव वर्कशॉप सर्जरी थी। सिम्स सभागार में इसका लाइव दिखाया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. पी.के. पात्रा उपस्थित हुए। ऑपरेटिंग सर्जन और गेस्ट स्पीकर, ओरल एवं मैक्सिलो फेसियल सर्जन आरसीसी रायपुर, डॉ. गुंजन अग्रवाल रहीं। उनके साथ ऑपरेशन में डॉ. संदीप प्रकाश भी शामिल हुए। वर्कशॉप में प्रदेश के विभिन्न ओरल व मैक्सिलोफेशियल विशेषज्ञ, रूंगटा, रायपुर, राजनांदगांव एवं बिलासपुर के दंत चिकित्सा महाविद्यालयों के स्नातकोत्तर विद्यार्थी व बिलासपुर शहर के दंत चिकित्सकों सहित करीब 150 लोगों ने लाभ उठाया।
पीड़ित मरीज जशपुर जिले का टिकेश्वर (35 वर्ष) थे, जिसके निचले जबड़े के नीचे के हिस्से में दो साल से सूजन थी। जांच कराने पर ओडोन्टोजेनिक ट्यूमर की पुष्टि हुई। इसके उपचार के लिए यह सर्जरी की गई। इसमें पैर की हड्डी और धमनियों को निकालकर जबड़े की धमनियों से जोड़ा गया और जबड़े को आकार दिया गया।
कार्यक्रम की सफलता में सिम्स के डॉ. संदीप प्रकाश, डॉ. केतकी कीनिकर, डॉ. हेमलता राजमणी, डॉ. प्रकाश खरे, डॉ. सोनल पटेल, डॉ. एस के नायक, सलाहकार डॉ. भूपेन्द्र कश्यप, डॉ. पुनीत भारद्वाज, डॉ. राकेश निगम तथा दंत रोग विभाग तथा निश्चेतना विभाग के कर्मचारियों का योगदान रहा।