तखतपुर। तीन माह की मासूम शिशु आधी रात को रोने लगी तब पति ने पत्नी से कहा कि बच्चे को दूध पिला दो पत्नी की जब कोई आवाज नहीं आई और करवट पलट कर देखा तो बगल में ही पत्नी फांसी के फंदे में लटकी हुई थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में ले लिया है।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार करनकापा निवासी साधे राम की बेटी सुशीला पटेल (20 वर्ष) का विवाह बेलगहना के दिलीप पटेल से दो वर्ष पूर्व हुआ था। तीन माह पूर्व बच्ची ने जन्म लिया था। 25-26 फरवरी की दरमियानी रात को मासूम बच्ची भूख में रो रही थी, तभी साथ में सोये पति दिलीप पटेल ने पत्नी से कहा कि बच्चा रो रहा है दूध पिला दो। पर पत्नी की कोई आवाज जब नहीं आई। उसने करवट बदल कर देखा तो बगल में ही लकड़ी की म्यार में पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
सूचना मिलने पर पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर शव का पंचनामा कराया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पति दिलीप पटेल ने बताया कि वह अक्सर रोजी मजदूरी करने के लिए रायपुर, बिलासपुर जाता था। इस बात को लेकर पत्नी नाराज रहती थी और गांव में ही रहकर काम करने को कहती थी। 25 फरवरी को भी दोनों में इस बात को लेकर विवाद हुआ था। पत्नी ने दोपहर में खाना भी नहीं खाया। शाम को उसने पत्नी को आश्वस्त किया था कि वह अब बाहर नहीं जायेगा। इसके बावजूद पत्नी गुस्से में थी।