बिलासपुर। बिलासपुर-रतनपुर मार्ग पर एक नर्सिंग छात्र की मिली लाश के मामले में पुलिस ने हत्या के जुर्म में एक युवक को गिरफ्तार किया है साथ ही उसके मदद करने वाले नाबालिग को अभिरक्षा में लिया गया है। आरोपी युवक को शक था कि एक साल पहले हुई उसके 5 साल के बच्चे की मौत के लिए मृतक जिम्मेदार है।
तुरकाडीह पुल के पास 20 साल के नर्सिंग छात्र अमित सूर्यवंशी का झाड़ियों के बीच शव कल मिला था। युवक के शरीर में चोट और गले में गमछा लिपटे होने के कारण पुलिस ने हत्या की वारदात मानकर जांच शुरू की थी। सीसीटीवी फुटेज और कुछ सूचनाओं से पुलिस को मालूम हुआ कि आखरी बार मृतक अमित एक 17 साल के लड़के के साथ देखा गया था। पुलिस ने उसे पकड़कर पूछताछ की तो उसने पहले गुमराह किया लेकिन बाद में उसने बताया कि 30 वर्षीय राजकुमार सूर्यवंशी ने उसकी हत्या की है जिसमें उसने मदद की है।
पुलिस ने राजकुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पता चला कि अमित और नाबालिग दोनों अपने गांव गतौरी में शाम के समय तालाब के पास बैठे हुए थे। इस बीच वहां आरोपी राजकुमार सूर्यवंशी पहुंचा। वह शराब पिलाने के लिए उसे अपने साथ सेमरताल ले गया। वहां पर तीनों ने शराब पी। इसी दौरान राजकुमार का एक साल पहले हुई अपने बेटे की मौत को लेकर अमित के साथ विवाद हो गया। राजकुमार के बेटे की मौत खेलने के दौरान एक झूले की रस्सी में फंस जाने से हुई थी। घटना का एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी अमित था। घर के बाकी सदस्य कहीं बाहर गए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी पुष्टि हुई कि फंदे में रस्सी के फंस जाने के कारण बच्चे की मौत हुई थी। मगर आरोपी राजकुमार अमित को अपने बेटे की मौत का दोषी मानता था। वह मौका पाकर अमित को मार देना चाहता था और इसीलिए उसने हत्या की घटना को अंजाम दिया। उसने गतौरी में अमित की गमछे से लपेटकर हत्या कर दी और नाबालिग की मदद से एक स्कूटी में शव को लाकर पुल के पास फेंक दिया। आरोपी युवक को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं नाबालिग को किशोर न्यायालय में पेश किया गया।