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एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप की धमकी का करारा जवाब देते हुए कहा है, “सारी सब्सिडी काट दो, अभी!” यह तीखा पलटवार तब आया जब ट्रंप ने बयान दिया कि मस्क की कंपनियां—टेस्ला और स्पेसएक्स—अमेरिकी सरकार की सब्सिडी के बिना टिक नहीं सकतीं और बिना इसके मस्क को “दक्षिण अफ्रीका वापस जाना पड़ेगा।” यह ताजा विवाद दोनों के बीच बढ़ती तल्खी का नया अध्याय है, जो कभी ट्रंप के 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में मस्क के 30 करोड़ डॉलर के योगदान और डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) में उनकी भूमिका के साथ शुरू हुई दोस्ती का प्रतीक थी।

टकराव की वजह: ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’

इस ताजा टकराव की जड़ में है ट्रंप का प्रस्तावित ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’-4.5 ट्रिलियन डॉलर का टैक्स और खर्च विधेयक, जिसे मस्क ने “पागलपन भरा” और राष्ट्रीय कर्ज को बढ़ाने वाला बताया। मस्क का कहना है कि यह बिल DOGE के जरिए उनकी बचत की कोशिशों को बर्बाद कर देगा। जवाब में ट्रंप ने मस्क की कंपनियों पर निशाना साधा, दावा किया कि DOGE अब इनकी जांच करेगा और सब्सिडी खत्म होने पर मस्क की कंपनियां रॉकेट लॉन्च, सैटेलाइट, और इलेक्ट्रिक कार उत्पादन बंद कर देंगी।

दोस्ती से दुश्मनी तक का सफर

मस्क और ट्रंप की दोस्ती का यह पतन कोई अचानक नहीं है। मई 2025 में मस्क ने DOGE के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था और ट्रंप पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें जेफ्री एप्सटीन फाइल्स में ट्रंप का नाम होने का दावा भी शामिल था। हालांकि मस्क ने बाद में कुछ बयान वापस लिए, लेकिन तनाव बढ़ता गया। मस्क ने ट्रंप के बिल के विरोध में ‘अमेरिका पार्टी’ नाम से नई राजनीतिक पार्टी बनाने की धमकी दी, जिसने ट्रंप को और भड़काया। ट्रंप की “दक्षिण अफ्रीका वापस भेजने” वाली टिप्पणी को कई लोग नस्लीय संदर्भ के रूप में भी देख रहे हैं, जिसने विवाद को और हवा दी।

मस्क की टेस्ला का वेल्यू घटा

इस टकराव का असर मस्क की कंपनियों पर साफ दिखा। ट्रंप की टिप्पणियों के बाद टेस्ला के शेयरों में 6% की गिरावट आई, जिससे कंपनी का मार्केट वैल्यू करीब 150 अरब डॉलर कम हुआ। हालांकि बाद में शेयरों में मामूली सुधार हुआ, लेकिन निवेशकों में अनिश्चितता बनी हुई है।

टकराव गहराने की आशंका

मस्क का बेबाक रवैया और ट्रंप की जांच की धमकी इस टकराव को और गहरा सकती है। मस्क की नई पार्टी की बात और DOGE को हथियार बनाने की ट्रंप की रणनीति से यह साफ है कि यह मनमुटाव अब निजी से ज्यादा राजनीतिक और आर्थिक मंच पर चर्चा का विषय बन चुका है। क्या मस्क सब्सिडी के बिना अपनी कंपनियों को बचा पाएंगे? और क्या ट्रंप DOGE के जरिए मस्क को नीचा दिखाने में कामयाब होंगे? ये सवाल आने वाले दिनों में अमेरिकी व्यापार और राजनीति की दिशा तय कर सकते हैं।

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