गौ रक्षा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अच्छा काम कर रहे
भिलाई नगर। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने इन दिनों चल रहे बजरंग दल और बजरंगबली के विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि बजरंग दल केवल एक संस्था का नाम है किसी संस्था का नाम रखने वाले बजरंगबली नहीं हो जाते हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए शंकराचार्य ने कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन के समय बजरंग दल का गठन हुआ था और विनय कटियार इसके अध्यक्ष बने थे। आज विनय कटियार कहां है? यदि बजरंग दल ने बहुत बड़ा कार्य किया था और राम जन्मभूमि के लिए अपनी आहुति दी थी तो कटिहार की उपेक्षा क्यों हुई? इसका मतलब है कि जो राम मंदिर बना रहे हैं उन्होंने विनय कटियार को नकार दिया।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आज राजनेता सबसे बड़े विद्वान और धर्माचार्य हो गए हैं। वे कोई शिक्षा लेना ही नहीं चाहते। राम जन्मभूमि मंदिर बने या नहीं इस पर बहस चल रही थी। सन् 1986 में भाजपा की शिमला में बैठक हुई जिसमें प्रस्ताव पारित किया गया कि राम मंदिर आस्था का मुद्दा है। कोर्ट उसका फैसला नहीं कर सकता। वे इसलिए कोर्ट में नहीं गए। दूसरे लोग कोर्ट में गए और जब फैसला आया तो कोर्ट जाने वालों को एक तरफ कर दिया गया। एक भी पक्षकार राम जन्मभूमि निर्माण कार्य में नहीं रखा गया।
मीडिया से बात करते हुए शंकराचार्य ने कहा कि गाय की रक्षा का काम हम सभी को करना चाहिए इस्लाम में भी कहा गया है कि जिसका हम दूध पीते हैं, उसे काटें नहीं। इसके बाद भी गाय काटी जा रही है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गौ रक्षा के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। कई भाजपा के बड़े नेताओं ने उनसे कहा कि वह भी उनकी तरह काम करना चाहते हैं,लेकिन हम करेंगे तो नकल मानी जाएगी।