रेलवे की नई पेंशन स्कीन और निजीकरण की योजना के खिलाफ रेलवे श्रमिक यूनियन ने जबरदस्त एकजुटता दिखाई। उन्होंने और कई मांगों पर प्रस्ताव पारित करते हुए रेलवे प्रबंधन को बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।
साउथ ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे श्रमिक यूनियन मण्डल रनिंग ब्रांच का प्रथम अधिवेशन 20 दिसम्बर को रखा गया था। उन्होंने रेलवे स्टेशन बिलासपुर से मोटर सायकल रैली निकाली, जिसमें बड़ी संख्या में रेल कर्मचारियों में उपस्थित थे। रैली में ए.पी.एस. बंद करो, रेलवे में निजीकरण बंद करो, रेल कर्मचारी एकता जिंदाबाद, श्रमिक यूनियन जिंदाबाद के नारे लगाये गये। इस अवसर पर श्रमिक यूनियन के महामंत्री मनोज बेहरा, मंडल संयोजक संजय सिन्हा, सहायक महामंत्री के.अमर कुमार, एस.एम.जयप्रकाश, सी.नवीन कुमार, ए.के.पाण्डेय, पी.के.यादव अन्य सम्मिलित हुए ।
इस अवसर पर श्रमिक यूनियन के महामंत्री मनोज बेहरा ने कहा कि रेल कर्मचारियों की अनेक समस्यायें है, जिनमें महत्वपूर्ण समस्या रनिंग कर्मचारियों की है। 7वां वेतनमान लागू तो हुआ, लेकिन रनिंग एलाउंस अभी तक नहीं मिला। महिला रनिंग कर्मचारियों को बेहतर सुविधा रेल में दिये जाने पर जोर दिया गया। रनिंग कर्मचारियों को लेकर रेल प्रशासन की उदासीन रवैये पर नाराजगी व्यक्त करते हुए श्रमिक यूनियन के नेताओं ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। इस मौके पर रनिंग शाखा का गठन किया, जिसमें बृजराजनगर अभिमन्यु कुमार-सचिव, रायगढ़ अजीत कुमार, कोरबा मनोज कुमार राय, बिलासपुर ऋषिकेश कुमार, शहडोल अजीम अहमद, मंडल रनिंग शाखा वी.एन.तिवारी, बी.बी.शर्मा, सांई नारायण सिंह, रविकांत कुल 77 पदाधिकारी चुने गये। एस.बंधोपाध्याय एवं सी.नवीन कुमार सहायक महामंत्री ने बताया कि श्रमिक यूनियन की रैली एवं अधिवेशन में रनिंग शाखा के 1000 से अधिक कर्मचारी उपस्थित रहे।