बिलासपुर। शहर के पास तखतपुर वन परिक्षेत्र के बिनौरी से कल रेस्क्यू किए गए डेढ़ साल के नर शावक तेंदुए की पीठ में चोट के गहरे निशान हैं। आशंका जताई जा रही है कि वह शिकारियों की जाल में फंस गया था, जिससे बचकर निकलने के दौरान उसे चोट लगी है। कानन पेंडारी में डॉक्टरों की टीम रेस्क्यू सेंटर में रखकर उसका उपचार कर रही है।

तेंदुआ 16 फरवरी की शाम बिलासपुर से 13 किलोमीटर दूर बिनौरी ग्राम में भटकते देखा गया था। कानन पेंडारी जू की रेस्क्यू टीम ने चार घंटों की मशक्कत के बाद उसे एक फॉर्म हाउस से पिंजरे में कैद किया था। उसके बाद उसे जू में लाकर रखा गया है। वन विभाग का कहना है कि रेस्क्यू के दौरान ही देखा गया कि उसे पहले से चोट लगी है। घाव गहरा है। उसे ठीक होने में कुछ दिन लग सकते हैं। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि तेंदुआ को शिकारियों ने जाल बिछाकर फंसाने की कोशिश की। जाल से छूटने के दौरान तेंदुआ घायल हो गया। चोट किस तरह लगी इसकी जांच की जा रही है। अभी यह निर्णय नहीं लिया गया है कि उपचार के बाद उसे कानन पेंडारी में रखा जाएगा या वापस जंगल छोड़ा जाएगा।

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