रायपुर। केरल और ओडिशा से आए सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य मुलाकात की। यह मुलाकात दुर्ग जिले में 25 जुलाई को दो ननों की गिरफ्तारी के मामले को लेकर की गई, जिसमें उन पर कथित तौर पर मानव तस्करी और धर्मांतरण का आरोप लगाया गया है।

प्रतिनिधिमंडल में चलाकुडी से लोकसभा सांसद बेनी बेहनन, कोट्टायम से के. फ्रांसिस जॉर्ज, कोल्लम से एन. के. प्रेमचंद्रन, ओडिशा के कोरापुट से सप्तगिरि उल्का और केरल की विधायक रोजी एम. जॉन शामिल थीं। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि उनकी यात्रा का उद्देश्य हाल की घटना पर चिंता जताना और राज्य सरकार से स्थिति की जानकारी लेना है।

मुख्यमंत्री साय ने प्रतिनिधियों को भरोसा दिलाया कि छत्तीसगढ़ एक शांतिप्रिय प्रदेश है, जहां सभी धर्मों के लोग आपसी सौहार्द के साथ रहते हैं। उन्होंने कहा कि जो मामला सामने आया है, उसकी जांच पूरी तरह न्यायिक प्रक्रिया के अनुसार की जा रही है और कानून स्वतंत्र रूप से काम कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता राज्य की बेटियों और नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान है।
मालूम हो कि 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दो ननों और एक युवक को तीन आदिवासी लड़कियों के साथ पकड़ा था। आरोप लगाया गया कि ये लोग लड़कियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण के उद्देश्य से आगरा ले जा रहे थे। इस मामले में GRP ने जांच कर तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा था। अब यह मामला NIA एक्ट के तहत हाईकोर्ट और विशेष अदालत में विचाराधीन है।

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