मुंगेली। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगर पालिका मुंगेली में एक बार फिर नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला। नगरीय प्रशासन विभाग के अवसर सचिव डॉ. ऋतु वर्मा ने आदेश जारी कर संतूलाल सोनकर को पुनः अध्यक्ष पद पर बहाल करने का निर्देश कलेक्टर के नाम से जारी किया।
इस घटनाक्रम के बीच वर्तमान अध्यक्ष हेमेन्द्र गोस्वामी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि वे चुनाव जीतकर अध्यक्ष बने थे और अब न्यायालय की शरण में जायेंगे। उनका कहना है कि वे इस फैसले को चुनौती देंगे।
नाटकीय पंचवर्षीय कार्यकाल
नगर पालिका का यह पंचवर्षीय कार्यकाल कई उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। इस दौरान कई बार अध्यक्ष पद पर परिवर्तन हुए और राजनीतिक तनाव बना रहा।
संतूलाल सोनकर की बर्खास्तगी और वापसी
ज्ञात हो कि तीन साल पहले, कांग्रेस शासनकाल के दौरान बिना नाली का निर्माण किए ठेकेदार को भुगतान करने के आरोप में तत्कालीन नपाध्यक्ष संतूलाल सोनकर को बर्खास्त कर दिया गया था। इस मामले की शिकायत भाजपा के पार्षदों द्वारा की गई थी, जिसके बाद शासन ने उन्हें पद से हटा दिया था। इसके बाद हुए चुनाव में हेमेन्द्र गोस्वामी अध्यक्ष चुने गए थे।
हाल ही में, 7 अक्टूबर को उच्च न्यायालय ने संतूलाल सोनकर की बर्खास्तगी को अमान्य करार देते हुए उनके पक्ष में निर्णय दिया, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई कि अध्यक्ष पद पर कौन रहेगा। अंततः प्रशासन ने आदेश जारी कर संतूलाल सोनकर को पुनः अध्यक्ष पद पर बहाल कर दिया है, परन्तु हेमेन्द्र गोस्वामी ने इसे चुनौती देने की बात कही है।