बिलासपुर। एसईसीएल ने महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस के साथ स्वच्छता ही सेवा अभियान का समापन किया। यह अभियान 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के विभिन्न कोयलांचलों में संचालित किया गया।
नदी और धरोहर स्थलों पर अभियान
स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए एसईसीएल ने नदी किनारों, धरोहर स्थलों और तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाया। स्थानीय समुदायों की बड़ी भागीदारी से 90 मीट्रिक टन से अधिक कचरा एकत्र कर उसका उचित निपटान किया गया।
“एक पेड़ मां के नाम” के तहत वृक्षारोपण
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एसईसीएल ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत 4000 से अधिक पौधे लगाए। इस पहल ने भविष्य की पीढ़ियों के लिए पर्यावरण संरक्षण के महत्व को दर्शाया।
सफाई मित्र सम्मान और स्वास्थ्य शिविर
सफाई मित्रों की मेहनत को मान्यता देते हुए एसईसीएल ने सफाई मित्र सम्मान समारोह का आयोजन किया, जिसमें उन्हें जूते, दस्ताने और टी-शर्ट जैसी आवश्यक वस्तुएं वितरित की गईं। साथ ही 800 से अधिक सफाई मित्रों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए, जो स्वच्छता कर्मियों की भलाई सुनिश्चित करने में एसईसीएल की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
स्वच्छता रन और जागरूकता अभियान
एक अक्टूबर को एसईसीएल ने बिलासपुर में “स्वच्छता हैप्पी रन” का आयोजन किया, जिसमें 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस रन में महिलाओं और स्कूल के बच्चों ने स्वच्छता का संदेश प्रसारित किया। एसईसीएल के अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की गतिविधियां जैसे रैलियां और वॉकथॉन आयोजित किए गए, जिससे स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी।
स्कूलों में स्वच्छता जागरूकता अभियान
स्कूलों में बच्चों ने “स्वच्छता की पाठशाला”, मानव श्रृंखला, निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी और चित्रकला प्रतियोगिताओं में सक्रिय भागीदारी की। इन प्रयासों से बच्चों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी और स्वच्छता के मूल्यों को बढ़ावा मिला।
विशेष अभियान 4.0 शुरू
स्वच्छता ही सेवा अभियान, विशेष अभियान 4.0 के प्रारंभिक चरण का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता और लंबित मामलों के समाधान पर केंद्रित है। इस चरण में एसईसीएल ने 2200 मीट्रिक टन से अधिक स्क्रैप के निपटान और 30 लाख वर्ग फुट से अधिक स्थान खाली करने का लक्ष्य रखा है।
अभियान का अगला चरण 2 अक्टूबर से प्रारंभ हो चुका है, जो 31 अक्टूबर 2024 तक चलेगा। इसमें एसईसीएल स्वच्छ भारत मिशन के व्यापक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देगा।