रायपुर। जगन्नाथ पुरी स्थित गोवर्धन मठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि चुनाव के चलते राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कर रहे हैं।
राजधानी के 4 दिन के प्रवास पर पहुंचे शंकराचार्य ने सुदर्शन संस्थानम में शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा और धर्मसभा में कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में हो रहे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे। उनके पास निमंत्रण पत्र आया है, जिसमें कहा गया है कि वह अपने साथ एक व्यक्ति को और ला सकते हैं। मगर उसके बाद किसी ने उनसे संपर्क नहीं किया है।
शंकराचार्य ने एक दिन पहले रतलाम में कही बात को दोहराया कि प्राण प्रतिष्ठा शास्त्रों की विधि से नहीं हो रही है। प्राण प्रतिष्ठा संतों का काम है। मोदी गर्भवती में प्राण प्रतिष्ठा करें और हम बाहर बैठकर ताली बजाएंगे यह तो उचित नहीं है। अभी मंदिर बनने में डेढ़ साल लगेंगे फिर इतनी जल्दबाजी क्यों की जा रही है? सामने चुनाव है आप समझ सकते हैं। हालांकि शंकराचार्य ने कहा कि इतने सालों के बाद रामलाल प्रतिष्ठित हो रहे हैं या बहुत अच्छी बात है। यह मामला बरसों से उलझा हुआ था।
शंकराचार्य ने कहा कि भारत में एशियाई स्तर की मस्जिद पहले से है। अब वहां 5 एकड़ जमीन में विश्व स्तरीय भव्य मस्जिद बनाने का काम होगा। मथुरा और काशी में भी ऐसे ही होगा। अभी मोदी तो खुश हो रहे हैं लेकिन बाद में उन्हें मालूम होगा कि वह तीन नए पाकिस्तान बनाने की नींव डाल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के शासनकाल में भी हिंदुओं को ईसाई बनाने का प्रोजेक्ट चल रहा है। ईसाई धर्म का भरपूर प्रचार प्रसार यहां हो रहा है।

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