बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) ने देश के औद्योगिक विकास में उल्लेखनीय योगदान देते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में SECR ने केवल 295 दिनों में 200 मिलियन टन माल लदान का लक्ष्य हासिल कर लिया है। यह उपलब्धि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 23 दिन पहले और 2021-22 की तुलना में 53 दिन पहले प्राप्त की गई है।
भारतीय रेलवे में अग्रणी प्रदर्शन
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने भारतीय रेलवे के कुल माल लदान में 65% इंक्रीमेंटल लोडिंग का योगदान देकर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। इस अवधि में कोयला, लौह अयस्क, सीमेंट, स्टील, खाद्यान्न, रासायनिक खाद, खनिज तेल, और स्टील कारखानों के लिए कच्चे माल सहित अन्य वस्तुओं की लोडिंग की गई।
प्रमुख आधारभूत परियोजनाएं और वृद्धि
रेलवे की इस उपलब्धि को ऐसे समय में प्राप्त किया गया है, जब रेल लाइनों के दोहरीकरण, तिहरीकरण और चौथी लाइन जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर भी काम चल रहा है। इन परियोजनाओं ने माल परिवहन क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ और देश की अर्थव्यवस्था को भी गति दी है।
बिलासपुर मंडल का बेहतरीन प्रदर्शन
भारतीय रेलवे में सर्वाधिक माल ढुलाई करने वाले बिलासपुर रेल मंडल ने भी इस वर्ष एक नया रिकॉर्ड बनाया है। मंडल ने पिछले वर्ष की तुलना में 32 दिन पहले ही 150 मिलियन टन माल ढुलाई का लक्ष्य पूरा कर लिया।
महाप्रबंधक ने की प्रशंसा
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने इस उपलब्धि के लिए समस्त रेलकर्मियों के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए उम्मीद है कि रेलवे जल्द ही माल लदान के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा
माल ढुलाई में हुई वृद्धि ने न केवल राष्ट्रीय स्तर पर औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित किया है, बल्कि छत्तीसगढ़ की स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कोल इंडिया के विभिन्न प्रकल्पों और अन्य ग्राहकों के साथ बेहतर समन्वय ने इस सफलता में अहम भूमिका निभाई।