रायपुर। जिला खनिज न्यास निधि (DMF) घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए निलंबित आईएएस अधिकारी रानू साहू को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें रायपुर की विशेष न्यायालय (पीएमएलए) में पेश किया गया, जहां से उन्हें 22 अक्टूबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया। ईडी ने उनकी 14 दिनों की रिमांड की मांग की थी। साथ ही, इस मामले में कोरबा के आदिवासी विकास विभाग की तत्कालीन सहायक आयुक्त माया वारियर को भी रिमांड पर लिया गया है। अगले पांच दिनों तक दोनों से ईडी द्वारा रोजाना सात घंटे की पूछताछ की जाएगी।
करोड़ों के कमीशन का आरोप
ईडी की जांच में पता चला कि ठेकेदारों ने अधिकारियों को अनुबंध मूल्य का 25 से 40 प्रतिशत तक कमीशन दिया। यह राशि ठेकेदारों द्वारा समायोजन प्रविष्ठियों के जरिए नकद रूप में दी गई थी। ईडी का दावा है कि कोरबा जिले को आवंटित जिला खनिज निधि 2022-23 तक करीब 1000 करोड़ रुपए थी, और घोटाले की राशि सैकड़ों करोड़ रुपए से अधिक हो सकती है। रानू साहू, जो पहले से ही कोयला घोटाले के मामले में रायपुर जेल में हैं, को इस नए मामले में ईडी ने अपनी गिरफ्त में लिया है।
कोर्ट में भावुक हुईं रानू साहू
कोर्ट में पेशी के दौरान रानू साहू काफी भावुक हो गईं और उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कोर्ट में कहा कि “कोल मामले में मुझे सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल चुकी है, फिर भी मुझे लगातार नए मामलों में फंसाया जा रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जेल में 16 महीने हो गए हैं और स्वास्थ्य सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं। साहू के अनुसार, उन्हें सोनोग्राफी और अन्य मेडिकल चेकअप की आवश्यकता है, लेकिन वह महीनों से लंबित हैं।
बचाव पक्ष की दलीलें
रानू साहू के वकील फैसल रिजवी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट में कहा कि ईडी ने डीएमएफ मामले में 2023 में ECIR दर्ज की थी, लेकिन अब तक कोई ठोस जांच नहीं हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि कोल मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बावजूद लगातार नए केस लगाए जा रहे हैं, जो सोची समझी साजिश का हिस्सा हैं।
संपत्तियों की जब्ती
ईडी ने अदालत को बताया कि डीएमएफ घोटाले में छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में तलाशी के दौरान 2.32 करोड़ रुपए की संपत्ति, बैंक बैलेंस, आभूषण और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं। जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं।