अयोध्या में अदानी और बाबा रामदेव की कंपनी को दे दी, पर यहां हीला-हवाला

बिलासपुर। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए सवाल उठाया है कि जब अयोध्या एयरपोर्ट के पास सेना की 1300 एकड़ जमीन निजी लोगों और संस्थाओं को दी जा सकती है, तो बिलासपुर एयरपोर्ट के विकास के लिए सेना की खाली जमीन क्यों नहीं सौंपी जा रही है?

समिति ने कहा कि भगवान राम को सरयू पार कराने वाले निषाद समाज के नाम पर बने बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट के साथ यह भेदभाव राम के भक्तों के लिए भी चिंताजनक है।

समिति ने बताया कि केंद्र सरकार ने अयोध्या एयरपोर्ट के पास स्थित सेना की 1300 एकड़ जमीन, जो कि शूटिंग रेंज का हिस्सा थी, उसे वापस लेकर उद्योग समूह अदानी, बाबा रामदेव और पंडित रवि शंकर के संस्थानों को सौंप दिया। इसके लिए बाकायदा आर्मी की शूटिंग रेंज से जमीन वापस ली गई। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने सवाल उठाया कि यदि अयोध्या में सेना की जमीन निजी संस्थानों को दी जा सकती है, तो बिलासपुर एयरपोर्ट के विस्तार के लिए ऐसी ही जमीन देने में भेदभाव क्यों हो रहा है?

समिति ने बताया कि 2011 में अधिग्रहित 1012 एकड़ जमीन पर सेना ने अपना ट्रेनिंग सेंटर और बड़ा एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव रद्द कर दिया था और वह जमीन पिछले 10 सालों से खाली पड़ी है। जबकि, अयोध्या की जमीन बाकायदा सेना की शूटिंग रेंज का हिस्सा थी, जो निजी संस्थाओं को सौंप दी गई। समिति ने कहा कि राज्य सरकार ने इस जमीन के लिए 90 करोड़ रुपए भी जमा कर दिए थे, इसके बावजूद सेना ने इसे नहीं छोड़ा।

समिति ने इस भेदभावपूर्ण नीति पर कड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि इससे साफ होता है कि केंद्र सरकार का रुझान बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट के विकास के प्रति सकारात्मक नहीं है। उन्होंने कहा कि राम के भक्तों के नाम पर सत्ता में आई सरकार, राम को सरयू पार कराने वाले केवट समाज के नाम पर बने एयरपोर्ट के साथ अन्याय कर रही है।

इस बीच, हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महाधरना शनिवार, रविवार को जारी रहा, जिसमें महापौर राम शरण यादव सहित कई स्थानीय नेता शामिल हुए। धरने में बद्री यादव, रवि बनर्जी, अनिल गुलहरे, मोहसिन अली, राघवेंद्र सिंह, संतोष पीपलवा, विजय वर्मा, महेश दुबे, देवेंद्र सिंह ठाकुर, अभय नारायण राय, चित्रकांत श्रीवास, रणजीत सिंह खनूजा, रमाशंकर बघेल, राकेश शर्मा, चंद्र प्रकाश जायसवाल, मजहर खान, आशुतोष शर्मा, अकील अली और सुदीप श्रीवास्तव ने भाग लिया।

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