जगदलपुर। देश के अलग-अलग राज्यों के लोगों से सोशल मीडिया के माध्यम से करोड़ों रुपये की ठगी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सोमवार को पुलिस ने गुजरात से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि इस पूरे षड्यंत्र के मास्टरमाइंड, जो दुबई में बैठा है।
पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने ठगी के सिंडिकेट का खुलासा करते हुए बताया कि जगदलपुर के कुम्हारपारा निवासी सेतराम साहू 24 मई से 23 जून के बीच फेसबुक पर एक विज्ञापन के माध्यम से “TPGAMC स्टॉक बिजनेस स्कूल-109” नामक एक वॉट्सएप ग्रुप से जुड़ गए थे। इसके बाद कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उनसे संपर्क किया और उन्हें स्टॉक मार्केट में निवेश कर धन कमाने का लालच दिया। आरोपियों ने सेतराम के मोबाइल में “TPG MF” नामक एक ऐप डाउनलोड करवाया और उसे इस्तेमाल कर ट्रेडिंग के नाम पर निवेश करने के लिए प्रेरित किया। इसी बहाने से उनके बैंक खाते से 26 लाख 30 हजार रुपये निकाल लिए गए।
कुछ दिनों बाद जब सेतराम को ठगी का एहसास हुआ, तो उन्होंने बोधघाट थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए बस्तर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों को गुजरात के सूरत में ढूंढ निकाला। पुलिस टीम ने वहां से 4 संदिग्धों, यज्ञेश प्रवीण भाई शियाणिया (25), डोबरिया महेंद्र भीखू (29), घनश्याम भाई भगवान (33), और अजरिया अभिषेक जयंती (26) को गिरफ्तार किया।
कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया और बताया कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के दुर्ग, भिलाई, और बस्तर के लोगों से स्टॉक मार्केट में निवेश के नाम पर लगभग 2 करोड़ 39 लाख रुपये से अधिक की ठगी की है। इनमें से एक आरोपी अभिषेक ने यह भी खुलासा किया कि इस पूरे षड्यंत्र का मास्टरमाइंड निखिल पनसरिया दुबई से इस अवैध काम का संचालन कर रहा है। वह अभिषेक को दुबई बुलाकर ठगी की रकम को ठिकाने लगाने के निर्देश देता था।
मामले की पूरी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मास्टरमाइंड निखिल पनसरिया के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके साथ ही पुलिस ने संबंधित बैंक खातों को भी फ्रीज कर दिया है। पुलिस का मानना है कि इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं और ठगी की रकम और बढ़ सकती है। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है।