बिलासपुर। भूत-प्रेत और जादू-टोने के संदेह में अपने ही भाई के साथ मारपीट करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामला बिलासपुर जिले के देवगांव, थाना मस्तुरी क्षेत्र का है, जहां सरोज खांडेकर (35 वर्ष) नामक युवक की उसके ही परिजनों ने झाड़-फूंक के नाम पर बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई।
शराब पीने बाद तबीयत बिगड़ी
मामले की जांच में सामने आया कि 12 फरवरी 2025 को देवगांव में पंचायत चुनाव के दौरान प्रत्याशियों द्वारा ग्राम विकास के नाम पर दावत आयोजित की गई थी, जिसमें चिकन पार्टी और शराब परोसी गई। मृतक सरोज खांडेकर ने इस पार्टी में जमकर शराब पी थी, जिसके कारण उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह अचानक सिर के बल गिर पड़ा।
उसे इस हालत में देखकर उसके छोटे भाई शैलेन्द्र और मुकेश खांडेकर ने मान लिया कि उस पर भूत-प्रेत का साया है। उन्होंने अपने बड़े भाई मनोज खांडेकर और पिता गोरेलाल खांडेकर को बुलाया। इसके बाद झाड़-फूंक के नाम पर सरोज के साथ गाली-गलौज और बांस की छड़ी से मारपीट की गई, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ है।
झाड़-फूंक के चलते हुई हत्या
पुलिस जांच में यह स्पष्ट हुआ कि सरोज की मौत उसके परिजनों द्वारा किए गए मारपीट और झाड़-फूंक के कारण हुई। इस पर धारा 296, 115(2), 3(5) बीएनएस और छत्तीसगढ़ टोनही प्रताड़ना निवारण अधिनियम 2005 की धारा 4, 5, 6, 8 के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (IPS), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) उदयन बेहार, और उप पुलिस अधीक्षक अजाक सरकंडा डी. आर. टंडन के निर्देशन में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपी
- शैलेन्द्र खांडेकर (35 वर्ष)
- मुकेश खांडेकर (30 वर्ष)
- मनोज खांडेकर (42 वर्ष)
- गोरे लाल खांडेकर (69 वर्ष)
चारों आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार किया गया और उनके पास से बांस की छड़ी और कोर्रा (झाड़-फूंक में उपयोग किया जाने वाला उपकरण) बरामद किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उन्हें 28 फरवरी 2025 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
गांव में सनसनी, अंधविश्वास पर सख्ती जरूरी
इस घटना ने पूरे गांव में सनसनी फैला दी है। यह मामला अंधविश्वास और टोनही प्रताड़ना का बड़ा उदाहरण है, जिसमें अब भी ग्रामीण लोग झाड़-फूंक और जादू-टोने में विश्वास करते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अंधविश्वास से दूर रहें और किसी भी प्रकार की अप्राकृतिक घटना की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।