मरीजों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क शुरू, ओपीडी में 1300 से अधिक पंजीयन
बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण ने सिम्स में 56 वर्षीय महिला की कथित रूप से इंजेक्शन लगाने से मौत होने का संज्ञान लिया है। उन्होंने इस घटना की जांच के लिए टीम गठित की है। समिति को तीन दिन में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा है। उन्होंने कहा कि लापरवाही उजागर होने पर दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जायेगा। अस्पताल अधीक्षक डॉ सुजीत नायक ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर जांच कमेटी का गठन कर लिया गया है। समिति ने जांच भी शुरू कर दी है।
ज्ञात हो कि राजकिशोर नगर निवासी कुमारी यादव (56 वर्ष) को पैर फिसल जाने से चोट आ गई थी। उसे ब्लडप्रेशर व शुगर की शिकायत थी। गुरुवार की रात सिम्स ले जाने पर वहां मौजूद नर्स ने उसे एक इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद उसकी तबीयत और बिगड़ गई। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों का कहना था कि इंजेक्शन का सही डोज न होने या गलत इंजेक्शन की वजह से मौत हो गई। हंगामे के दौरान बड़ी संख्या में डॉक्टर व इंटर्नशिप कर रहे छात्र पहुंच गए थे। तब पुलिस भी पहुंच गई थी। आखिरकार जांच का आश्वासन मिलने पर परिजन शांत हुए और शव को लेकर गए।
कलेक्टर ने 21 सिंतबर को सिम्स अस्पताल का जायज़ा लिया। उन्होंने अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं में वृद्धि के लिए जल्द हेल्प डेस्क बनाने कहा। यह सुविधा शुरू कर दी गई है। यहां मरीजों को सभी तरह की जानकारी सरल भाषा में मिल सकेगी। सिम्स अस्पताल के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. एआर बेन ने बताया कि चिकित्सालय के विभिन्न विभागों में कुल 1307 बाहय रोगी मरीजों ने पंजीयन कराया। जिसमें से दोपहर 02 बजे तक विभिन्न गम्भीर बीमारियों से ग्रसित कुल 80 मरीजों को विभिन्न वार्डों में भर्ती किया गया, जिनमें से स्त्री रोग विभाग में आई एक महिला का सफल मेजर ऑपरेशन भी किया गया।
कलेक्टर ने अस्पताल में ऐसी व्यवस्था शुरू करने के लिए प्रस्ताव तैयार करने कहा जिसमें मरीज को केवल एक बार ही पंजीयन काउंटर पर आना पड़े। इसके बाद मरीज को सीधे ही सम्बन्धित विभाग में उपचार के लिए रखा जाए। मरीज के परिजन पंजीयन कक्ष में सारी औपचारिकताएं एक ही बार में पूरी कर सकें।
कलेक्टर ने शनिवार को पूरे अस्पताल में घूम घूम कर साफ सफाई का जायजा लिया। उन्होंने अस्पताल में तीन बार सफाई करने के निर्देश दिए।सुबह 7 से 9 बजे, 11 से 1 बजे और शाम को 5 से 6 बजे नियमित साफ सफाई होने चाहिए । कलेक्टर ने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर ने मरीजों की सुविधा बढ़ाने के लिए किए जा रहे निर्माण कार्यों को देखा। नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कैजुअल्टी और गार्डन के पास नाली निर्माण जल्द किया जाए। पीडब्ल्यूडी को टॉयलेट और ड्रेनेज का बचा काम हर हाल में एक हफ्ते में पूर्ण करने के निर्देश दिए। मरीजों के लिए सिम्स में 6 लिफ्ट हैं। सभी चालू हालत में हैं। एक और लिफ्ट का काम जल्द पूरा करने कहा। विभिन्न वार्डों में पहुंचकर मरीजों से मुलाकात की। अस्पताल से मिल रहे भोजन, इलाज और दवाइयों की जानकारी ली। परिजन शेड के किनारे ड्रेनेज को ठीक करने को कहा है। उन्होंने लेबर वार्ड, आपातकालीन वार्ड, ट्रायज, गार्डन, किचन शेड, पार्किंग आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने निर्देश दिए।
निगम आयुक्त अमित कुमार, अस्पताल अधीक्षक डॉ. एसके नायक सहित संबंधित अधिकारी भी निरीक्षण में साथ थे।