बिलासपुर। डॉ. सी.वी. रमन विश्वविद्यालय में भारत सरकार के निर्देशानुसार ‘स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024’ का आयोजन किया गया, जिसमें 150 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए नवाचार को प्रोत्साहित करना था। विभिन्न टीमों ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपने सुझाव और समाधान प्रस्तुत किए। आयोजन में कुल 16 टीमों का चयन अगले चरण के लिए किया गया है।

इस हैकाथॉन में वेस्ट मैनेजमेंट, स्मार्ट एग्रीकल्चर, महिला सुरक्षा, संचार केंद्र और स्मार्ट पार्किंग जैसे प्रमुख विषयों पर फोकस किया गया। विद्यार्थियों ने इन विषयों पर गहराई से शोध करके समाधान प्रस्तुत किए, जिससे समाज को लाभ हो सके।

डॉ. अरविंद तिवारी, विश्वविद्यालय के कुलसचिव, ने कहा कि तकनीक के माध्यम से सामाजिक समस्याओं का समाधान ढूंढा जा सकता है और इस दिशा में युवाओं को बढ़-चढ़कर योगदान देना चाहिए। उन्होंने बताया कि सीवीआरयू में स्थापित इनक्यूबेशन सेंटर, जो भारत सरकार द्वारा समर्थित है, विद्यार्थियों को नए आइडिया विकसित करने और व्यावसायिक रूप देने में मदद कर रहा है।

इस अवसर पर सीवीआरयू के आईटीबीआई सीईओ रवि तिवारी, इन्वेंशन एसोसिएट मारुति नंदन, और डॉ. विवेक शुक्ला ने निर्णायक दल के रूप में भूमिका निभाई। कार्यक्रम में डॉ. एम.के. तिवारी, डॉ. अभिनव शुक्ला, डॉ. सौरभ मित्रा, डॉ. आयुष अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख, प्राध्यापक, शोधार्थी और विद्यार्थियों ने भाग लिया।

आईसेक्ट कौशल विकास यात्रा का शुभारंभ

डॉ. सी.वी. रमन विश्वविद्यालय से आईसेक्ट कौशल विकास यात्रा का भी शुभारंभ हुआ। कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे और कुलसचिव डॉ. अरविंद तिवारी ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यात्रा का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति और कौशल विकास के महत्व को जन-जन तक पहुंचाना है, जो पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में भ्रमण करेगी।

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