बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) ने अपनी शानदार उपलब्धियों की कड़ी में एक और ऐतिहासिक मील का पत्थर जोड़ लिया है। पहली बार, एसईसीआर ने वित्तीय वर्ष समाप्त होने से तीन दिन पहले, 28 मार्च 2028 को 250 मिलियन टन माल लोडिंग का रिकॉर्ड बनाया है। यह रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो इसकी कार्यक्षमता और क्षमता को दर्शाता है।

औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका

एसईसीआर देश के ताप विद्युत संयंत्रों और अन्य उद्योगों को कोयले की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा है, जिससे औद्योगीकरण को गति मिली है। इस अभूतपूर्व उपलब्धि से न केवल रेलवे की दक्षता सिद्ध होती है, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में भी इसका अहम योगदान है। एसईसीआर, भारतीय रेलवे के लक्ष्य “फ्रेट कैरियर ऑफ द नेशन” को साकार करने में लगातार अग्रसर है।

यात्री सुविधाओं में भी उल्लेखनीय योगदान

माल ढुलाई के साथ-साथ, एसईसीआर ने यात्री परिवहन के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किए हैं।

  • दशहरा, दीपावली और छठ पूजा के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त पूजा स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया।
  • प्रयागराज महाकुंभ के दौरान कुंभ स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया गया।
  • होली पर्व के दौरान यात्रियों को अधिक से अधिक आरक्षित सीटें उपलब्ध कराने के लिए होली स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया।

रेलवे नेटवर्क विस्तार और नई सेवाओं की शुरुआत

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में नई रेल लाइनों के विकास और मल्टीट्रेकिंग (तीसरी एवं चौथी रेल लाइनों) की परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।

  • मंदिरहसौद-अभनपुर रेल लाइन का कार्य पूर्ण होने के बाद, 30 मार्च 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभनपुर-रायपुर खंड में मेमू ट्रेन सेवा शुरू की।
  • इन क्षमता वृद्धि परियोजनाओं से रेलवे की लोडिंग क्षमता में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

महाप्रबंधक ने दी बधाई

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने इस ऐतिहासिक सफलता के लिए एसईसीआर के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी और उनके योगदान की सराहना की।

रेलवे की यह उपलब्धि देश के लॉजिस्टिक्स सिस्टम को मजबूती देने और यात्री सुविधाओं को नए आयाम देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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