तखतपुर, (टेकचंद कारड़ा)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में तड़के सुबह खेत में पानी देने जा रहे एक किसान पर बाघ ने अचानक हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास मौजूद ग्रामीणों ने किसी तरह बाघ को भगाया और घायल किसान को तखतपुर अस्पताल पहुंचाया। लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उसे बिलासपुर के सिम्स अस्पताल रेफर किया गया। इस घटना के बाद से इलाके में भय और दहशत का माहौल है।
झाड़ियों से अचानक निकला बाघ
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम कठमुण्डा निवासी किसान शिवकुमार जायसवाल (47) सुबह करीब 6 बजे खेत में ट्यूबवेल चालू कर पानी देने जा रहे थे। तभी अचानक पुलिया के पास झाड़ियों में छिपे बाघ ने दहाड़ लगाई। शिवकुमार ने पीछे मुड़कर देखा ही था कि बाघ ने उन पर झपट्टा मार दिया।
लाठी-डंडे लेकर दौड़े किसान
बाघ के हमले से शिवकुमार के सिर, हाथ और पैर में गहरी चोटें आईं। किसान की चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर दौड़े और किसी तरह बाघ को भगाया। इसके बाद गंभीर रूप से घायल शिवकुमार को ग्रामीणों ने तुरंत तखतपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।
डॉक्टर ने की बाघ के हमले की पुष्टि
तखतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद डॉ. शैलेंद्र शुक्ला ने टाइगर बाइट की पुष्टि की है। हालत गंभीर होने के कारण शिवकुमार को सिम्स अस्पताल रेफर कर दिया गया।
वन विभाग की इलाके में गश्त शुरू
इस घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम घटनास्थल की ओर रवाना हो गई। इलाके में बाघ की मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। वन विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और बिना सुरक्षा के जंगल या खेतों में न जाने की सलाह दी है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या यह बाघ गलती से आबादी क्षेत्र में आ गया, या फिर यह इलाका अब उसके लिए नया ठिकाना बन गया है? वन विभाग इस दिशा में जांच कर रहा है और बाघ को ट्रैक करने के लिए इलाके में कैमरा ट्रैप और निगरानी दल तैनात करने की योजना बना रहा है।