अब तक कोई विभागीय कार्रवाई नहीं, रोजाना दफ्तर में फाइलों पर हस्ताक्षर कर रहे 

बिलासपुर। जिला शिक्षा अधिकारी टीकाराम साहू के खिलाफ राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो, रायपुर द्वारा की गई छापेमारी में करोड़ों रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है। साहू और उनकी पत्नी के नाम पर 24 अलग-अलग संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं, जिनमें फार्म हाउस, जमीनें और प्लॉट शामिल हैं। इसके बावजूद, उनके खिलाफ अभी तक कोई विभागीय कार्रवाई नहीं की गई है।

राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ACB), रायपुर की टीम ने हाल ही में बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) टीआर साहू के निवास पर छापा मारा। नूतन कॉलोनी स्थित सरकारी बंगले में की गई इस छापेमारी में साहू और उनकी पत्नी पूर्णिमा साहू के नाम पर करोड़ों रुपये की अचल संपत्तियों का पता चला।

ब्यूरो द्वारा जारी की गई संपत्तियों की सूची में 24 संपत्तियां शामिल हैं, जिनमें कई फार्म हाउस, जमीनें और प्लॉट्स हैं। इनमें से अधिकांश संपत्तियां उनकी पत्नी के नाम पर हैं, जो कवर्धा के आत्मानंद उच्चतर माध्यमिक शाला में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं। छापेमारी के दौरान कवर्धा के विभिन्न स्थानों पर स्थित फार्म हाउस और प्लॉट्स के दस्तावेज मिले, जिनकी वर्तमान बाजार कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है।

करोड़ों की संपत्ति

ACB की जांच में सामने आया कि साहू और उनकी पत्नी के नाम पर 24 अलग-अलग संपत्तियां हैं, जिनमें से अधिकांश कबीरधाम (कवर्धा) जिले में स्थित हैं। इनमें एक बत्तीस एकड़ का फार्म हाउस, कई जमीनें, और प्लॉट्स शामिल हैं, जिन्हें 2017 से 2022 के बीच खरीदा गया था। इनके अलावा, एक दो मंजिला सर्वसुविधायुक्त मकान भी उनकी संपत्ति का हिस्सा है।

छापेमारी के दौरान मिली संपत्तियों में अधिकांश पत्नी पूर्णिमा साहू के नाम पर हैं, जिनमें कवर्धा के श्यामनगर और विजय ग्रीन पथ में स्थित 2400 वर्गफुट का मकान, ग्राम नवघटा, पिपरिया और सागोना में जमीनें शामिल हैं। इसके अलावा, अटल विहार योजना के तहत मैनपुरी कवर्धा में एक मकान भी सूची में शामिल है।

नियुक्ति और सेवाकाल

टीआर साहू की नियुक्ति 20 दिसंबर 1988 को व्याख्याता के पद पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खैरागढ़ में हुई थी। इसके बाद उन्होंने कबीरधाम, छुईखदान और कवर्धा में विभिन्न पदों पर कार्य किया। वर्तमान में, वे 7 अक्टूबर से जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर बिलासपुर में कार्यरत हैं।

विभागीय कार्रवाई पर सवाल

छापेमारी और एफआईआर दर्ज होने के बावजूद, जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू के खिलाफ अभी तक कोई विभागीय कार्रवाई नहीं की गई है। साहू नियमित रूप से अपने कार्यालय आ रहे हैं और अपने कार्यों का निर्वहन कर रहे हैं। इसके अलावा, एक शिकायत के आधार पर एनएसयूआई के पदाधिकारियों के खिलाफ भी अपराध दर्ज कराया गया है।

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