बिलासपुर। डायल 112 की तत्परता ने एक बार फिर से इंसानियत की मिसाल पेश की है। ग्राम सैदा की एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान अस्पताल ले जाने में असमर्थ परिजनों ने डायल 112 को मदद के लिए पुकारा। वाहन में ही महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई गई, जिससे जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
थाना सिविल लाइन, बिलासपुर के तहत ग्राम सैदा की एक गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी। समय की गंभीरता को देखते हुए, परिजनों ने डायल 112 को सूचना दी। सूचना मिलते ही, डायल 112 की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और महिला को अस्पताल ले जाने के लिए वाहन में बैठाया।
रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ने पर, परिजनों के निवेदन पर वाहन को रोका गया और आरक्षक धर्मेंद्र सूर्यवंशी और चालक ऋषभ ने मितानीन और परिजनों की सहायता से वाहन में ही महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। देखभाल के लिए उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
महिला और उनके परिजनों ने डायल 112 और बिलासपुर पुलिस की इस मानवीय सहायता के लिए आभार व्यक्त किया है। पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर ने आरक्षकों के कार्य की प्रशंसा करते हुए उनकी पीठ थपथपाई और उन्हें पुरस्कृत किया।