बलरामपुर-रामानुजगंज। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के सामरी थाना क्षेत्र के भुताही कैंप में बुधवार को सीएएफ (छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स) के जवान अजय सिदार द्वारा की गई फायरिंग में दो जवानों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। घटना का कारण मामूली सा विवाद था, जो खाने के दौरान मिर्च मांगने पर शुरू हुआ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना सुबह करीब 11:30 बजे की है जब अजय सिदार खाना खाने के दौरान अपने साथी जवान रूपेश पटेल से मिर्च मांग रहा था। मिर्च देने में देर होने पर दोनों के बीच कहा-सुनी हो गई। इसी दौरान गार्ड कमांडर अंबुज शुक्ला ने रूपेश पटेल का समर्थन किया, जिससे बहस और बढ़ गई। गुस्से में आकर अजय सिदार ने खाना छोड़कर इंसास राइफल से फायरिंग शुरू कर दी। रूपेश पटेल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गार्ड कमांडर अंबुज शुक्ला के दोनों पैरों में गोली लगी। इस बीच, जवान राहुल बघेल ने अजय को पकड़ा और काबू में किया।
घायलों को कुसमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां अंबुज शुक्ला का प्राथमिक उपचार कर उन्हें अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। इस फायरिंग के दौरान संदीप पांडेय भी घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। पहले संदीप की मौत सदमा लगने से मानी जा रही थी, लेकिन बाद में डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उनकी कमर से गोली होकर आंतों में फंस गई थी, जिसके कारण उनकी मृत्यु हुई।
बलरामपुर एएसपी शैलेश पांडेय (नक्सल ऑपरेशन) ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि अजय सिदार ने जिस राइफल से फायरिंग की, वह उसकी नहीं, बल्कि किसी अन्य जवान की थी। अजय को कुछ समय पहले उसकी बंदूक कैंप इंचार्ज द्वारा जमा करा ली गई थी क्योंकि उसने पहले भी अपने एक साथी पर बंदूक तान दी थी। बुधवार को जब विवाद हुआ, तो उसने दूसरे जवान की इंसास राइफल से गोलीबारी कर दी और कई राउंड फायर किए।
फिलहाल मामले की विस्तृत जांच जारी है और अजय सिदार को हिरासत में ले लिया गया है। घटना के बाद सुरक्षा बलों में भारी तनाव का माहौल है और उच्च अधिकारी मामले की निगरानी कर रहे हैं।