सुकमा: छत्तीसगढ़ में जादू-टोना के शक में हत्या की एक और लोमहर्षक घटना सामने आई है। इस बार सुकमा जिले के कोंटा थाना क्षेत्र के इटकल गांव में पांच ग्रामीणों की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मृतकों में तीन महिलाएँ और दो पुरुष शामिल हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना रविवार को घटित हुई, जब गांव के कुछ लोगों ने मिलकर इन निर्दोष ग्रामीणों की जान ले ली।

दो दिन पूर्व ही बलौदा बाजार जिले में भी इसी प्रकार की घटना ने सनसनी फैलाई थी, जहाँ जादू-टोना के शक में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई थी। उस घटना में दो बहनें, एक भाई और एक साल का बच्चा शामिल थे, जिनकी हत्या हथौड़े से सिर कुचलकर की गई थी। इन मामलों से प्रदेश में अंधविश्वास के नाम पर बढ़ती हिंसा को लेकर सवाल उठने लगे हैं।

कोंटा थाना क्षेत्र में स्थित इटकल गांव में रविवार को यह दर्दनाक घटना हुई। जादू-टोना के शक में पांच ग्रामीणों को पीट-पीटकर मार डाला गया। मृतकों की पहचान गाँव के ही स्थानीय निवासियों के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही जिला पुलिस अधीक्षक और पुलिस की टीम मौके पर पहुँची और तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

यह घटना थाना कोंटा और जगरगुंडा क्षेत्र के कैंप मुरलीगुड़ा के पास की है। पुलिस ने गाँव में शांति बनाए रखने और आगे किसी भी प्रकार की हिंसा से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।

बलौदाबजार की घटना

चार दिन पहले बलौदाबाजार जिले में भी जादू-टोना के शक में एक ही परिवार के चार लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। मृतकों में दो बहनें, एक भाई और एक साल का बच्चा शामिल था। इस वारदात में भी स्थानीय लोगों ने ही हत्या की, और पुलिस ने समय पर कार्रवाई करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था।

 

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