रायपुर। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार छत्तीसगढ़ गोवंश अभयारण्य योजना लाने जा रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस संबंध में कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया है।
इस योजना के लिए मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा है कि शहरों, गांवों और जंगलों में गौवंश अभ्यारण्य बनाए जाएंगे। गौवंश को अब लोग पाल नहीं रहे हैं। इससे गौवंश सड़कों पर आ गए हैं। गौवंश के नहीं पालने से परेशानी हो रही है। इसके समाधान के लिए ग्रामीणों से चर्चा की जाएगी। सड़कों पर बैठी गायों को हटाया जाएगा। उन्हें अब अभ्यारण्य में लाया जाएगा। पशुधन विकास विभाग, पंचायत, राजस्व एवं वन विभाग के समन्वय से गौवंश अभ्यारण्य योजना संचालित की जाएगी। इसमें सड़कों पर भूखे-प्यासे भटकने वाले गौवंश को न केवल नियमित आहार मिलेगा बल्कि उनकी उचित देखभाल और चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध होगी। गौवंश अभ्यारण्य पशुधन के लिए उचित वातावरण से परिपूर्ण होगा। ये अभयारण्य गांवों में खेतों के पास ही बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी चार महीने की सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है। हम पहले की जिन योजनाओं में भ्रष्टाचार रहा है, उनको खत्म करेंगे।
इधर कांग्रेस की ओर से इस मामले में प्रतिक्रिया आई है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्य सरकार को गौवंश की अब याद आई है। गौठान और गोधन योजनाएं राजनीतिक विद्वेष के कारण बंद की गई। आप कितना भी अभ्यारण्य बना लें, आखिर आपको गौठान योजना पर ही आना पड़ेगा। बीजेपी के पिछले 15 साल के कार्यकाल में गौशाला बनाने के लिए भाजपा नेताओं को करोड़ों रुपयों का अनुदान दिया गया था। इन गौशाला को बीजेपी ने कत्लगाह बना दिया था।