रायपुर। इंटिलिजेन्स इनपुट पर कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय संगठित आपराधिक गिरोह लारेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग झारखंड के 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वे यहां एक बड़े कारोबारी की हत्या की सुपारी लेकर पहुंचे थे। वारदात को अंजाम देने से पहले उनको गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए रायपुर, झारखण्ड एवं राजस्थान में 72 घंटे गोपनीय ऑपरेशन चलाया था। आरोपियों में एक मयंक सिंह अपने शूटर्स के माध्यम से लॉरेंस बिश्नोई एवं अमन साहू के सौंपे गए काम को अंजाम देता है। आरोपियों के विरूद्ध थाना गंज में आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
आईजी पुलिस अमरेश मिश्रा व एसएसपी संतोष सिंह ने बताया कि रायपुर से तीन और राजस्थान से एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। अमन साहू गैंग को ऑपरेट करने वाला मयंक सिंह ने बोकारो झारखंड के रोहित स्वर्णकार (26 वर्ष) को पहले पिस्टल के लिए इंदौर भेजा और वहां से रायपुर पहुंचने के लिए कहा। मयंक ने ही राजस्थान के पाली जिले के सारन ग्राम के पप्पू सिंह (31 वर्ष) को एक बाइक चलाने वाले का इंतजाम करने के लिए कहा। पप्पू सिंह ने अपने गांव के मुकेश कुमार भाट (26 वर्ष) और देवेंद्र सिंह (20 वर्ष) को बाइक चलाने के लिए रायपुर भेजा। वे बस से रायपुर पहुंच गए। इधर रोहित इंदौर से महाकाल का दर्शन करने उज्जैन गया फिर वहां से रायपुर पहुंचा।
पुलिस को भनक लगने पर सादे लिबास में उनके संभावित ठिकाने पर नजर रखी गई। तीन दिन की मॉनिटरिंग के बाद एक आरोपी रोहित स्वर्णकार को गंज थाना क्षेत्र से पकड़ लिया गया। उसके पास से एक पिस्टल व एक मैग्जीन बरामद किया गया। वहीं बाइक चलाने के लिए पहुंचे आरोपी मुकेश व देवेंद्र को भाठागांव चौक से हिरासत में लिया गया। पप्पू सिंह को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस को आरोपियों ने बताया कि रायपुर में एक बड़े कारोबारी की हत्या की योजना मयंक सिंह और पप्पू सिंह ने मिलकर बनाई थी। वे व्हाट्सएप कॉल के जरिये बातचीत करते थे। गैंग के शूटर व बाइक चालक को कोडवर्ड में बात करने कहा गया था। रायपुर पुलिस राजस्थान तथा झारखंड पुलिस के संपर्क में है और रिमांड पर लेकर उनके आगे की योजनाओं के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है। सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 399, 402, 386, 120बी भादवि. और 25 आर्म्स एक्ट लगाई गई है।