बिलासपुर। रायपुर के शासकीय नागार्जुन कॉलेज में परीक्षा परिणाम जारी करने के पहले नई शिक्षा नीति लागू करने के फैसले पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है और इससे प्रभावित छात्रों को अगले सेमेस्टर में परीक्षा का अवसर देने की अनुमति दी है।
पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय से संबद्ध शासकीय नागार्जुन कॉलेज रायपुर के बीएससी के छात्रों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर बताया कि उन्होंने प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा दी, इस दौरान नई शिक्षा नीति लागू करने के संबंध में कोई जानकारी कॉलेज प्रशासन ने नहीं दी। परिणाम जारी करने से पूर्व नई शिक्षा नीति लागू कर उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम अंक 33 प्रतिशत के स्थान पर 40 प्रतिशत कर दिया गया। इससे कई छात्र फेल हो गए और अब उनको द्वितीय सेमेस्टर की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा में अवसर नहीं दिया जा रहा है। वर्तमान सत्र से ही नई शिक्षा नीति लागू करने के संबंध में यूनिवर्सिटी की ओर से भी कोई निर्देश नहीं दिया गया है।
जस्टिस पी सैम कोसी की बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए छात्रों को द्वितीय सेमेस्टर की आंतरिक परीक्षा में शामिल करने का आदेश दिया है।