बिलासपुर। सोंठी सर्किल के जंगल में सागौन के बेशकीमती पेड़ों की मशीनों से कटाई और तस्करी का मामला सामने आया है। विगत 6 महीनों में 60 से 70 साल पुराने 40 पेड़ों को तस्करों ने काट लिया, जिनकी अनुमानित कीमत 11 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। विभागीय अधिकारियों को इस मामले में वन विभाग के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही और मिलीभगत का संदेह हुआ है, जिसके बाद सर्किल प्रभारी डिप्टी रेंजर हफीज खान और दो बीट गार्ड को निलंबित कर दिया गया है।
जांच के दौरान, सोंठी सर्किल में वन विभाग ने करीब 2 लाख रुपए की सागौन की लकड़ी बरामद की, जो तस्करों द्वारा जंगल से काटी गई थी। इस बरामदगी ने सर्किल प्रभारी की संदिग्ध गतिविधियों की ओर इशारा किया। इसके बाद, एसडीओ अभिनव कुमार के नेतृत्व में टीम ने पूरे सोंठी सर्किल का निरीक्षण किया, जहां और भी कटे हुए पेड़ों के ठूंठ और लकड़ियां मिलीं।
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जांच में पाया गया कि पेड़ मशीनों से काटे गए थे, और इनके ठूंठ लगभग ढाई से तीन फीट ऊंचे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएफओ सत्यदेव शर्मा ने सोंठी और बिटकुला बीट गार्डों को निलंबित कर दिया। डिप्टी रेंजर हफीज खान को भी सस्पेंड कर धर्मजयगढ़ वन मंडल में अटैच किया गया है, और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है।
वन विभाग ने उड़नदस्ता टीम को जंगल की सर्चिंग में लगाया है ताकि कहीं और पेड़ कटाई की घटनाओं का पता लगाया जा सके।