रायपुर। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज एक टीवी कार्यक्रम मे सुनाए गए चुटकुले पर आपत्ति जताते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है कि आज समझ में आया है कि आत्महत्या उनके लिए एक मजाक है।

दरअसल, रिपब्लिक भारत न्यूज चैनल के छठे सालगिरह पर एक कार्यक्रम टीवी पर आज प्रसारित हुआ है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आमंत्रित थे। मोदी के स्वागत के दौरान रिपब्लिक भारत के मालिक अर्नब गोस्वामी ने अपने उद्बोधन में हिंदी भाषा पर अपनी कमजोर पकड़ होने का जिक्र किया। मोदी ने जब अपना भाषण दिया तो अर्नब की हिंदी पर टिप्पणी करते हुए चुटकुला सुनाया- एक प्रोफेसर की बेटी आत्महत्या करने के लिए घर से निकली। उसने अपने बिस्तर में एक सुसाइड नोट छोड़ दिया था। प्रोफेसर पिता ने उसे पढ़ा- मैं जीना नहीं चाहती, कांकरिया तालाब में कूदकर मर जाऊंगी। प्रोफेसर ने उस पत्र को पढ़ा तो उनको बहुत गुस्सा आया, बोले- मैं प्रोफेसर, और मेरी बेटी कांकरिया स्पैलिंग गलत लिखकर जाती है…। मोदी के इस लतीफे पर सभा में मौजूद लोगों ने जमकर ठहाके लगाए और तालियां बजाई। खुद मोदी चुटकुला सुनाकर हंस रहे थे।

सिंहदेव ने इसी वाकये का जिक्र करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि-

“पिछले कुछ सालों में लाखों किसानों ने सरकार की दुर्नितियों की वजह से आत्महत्या की। बेरोज़गारी से परेशान युवाओं ने आत्महत्या की। छोटे व्यापारियों और दुकानदारों ने खराब अर्थव्यवस्था के कारण आत्महत्या की। महंगाई और कम आमदनी के कारण कई लोग आत्महत्या करते हैं। कर्नाटक में भ्रष्टाचार से पीड़ित लोगों ने आत्महत्या की। हमेशा हैरानी होती थी कि क्या प्रधानमंत्री मोदी इन मुद्दों को गंभीरता से लेते भी हैं? आज समझ आया कि आत्महत्या तो उनके लिए एक मज़ाक, एक ‘चुटकुला’ है। प्रचार, पीआर, भाषण अपनी जगह है लेकिन प्रधानमंत्री को इतना संवेदनहीन नहीं होना चाहिए। किसी को भी इतना संवेदनहीन नहीं होना चाहिए। आत्महत्या मज़ाक का विषय नहीं है। आप सभी की क्या राय है?”

सिंहदेव ने ट्वीट के साथ मोदी के भाषण के उस हिस्से की क्लीपिंग भी डाली है। उनकी पोस्ट के साथ इसे आज शाम तक 15 हजार से अधिक लोग देख चुके हैं। इसमें सैकड़ों कमेंट्स भी अब तक आ चुके हैं।

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