धमतरी। छत्तीसगढ़ में धार्मिक और नैतिक शिक्षाओं की आड़ में कानून को चुनौती देने वाला एक बयान सामने आया है। अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने धमतरी में कथा के दौरान कहा, “दुष्कर्म के दोषियों को उनके घर की चौखट पर जला देना चाहिए।”
पंडित मिश्रा का कहा कि दुष्कर्मियों को इंसान नहीं, बल्कि रावण समझा जाना चाहिए, जिन्हें सजा के रूप में जलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “आज माता-पिता को अपनी बेटियों की सुरक्षा के लिए उन्हें हथियार चलाना सिखाना चाहिए, डंडा, भाला, तलवारबाजी, और कराटे।” सवाल उठ सकता है कि उनका बयान क्या हिंसा को बढ़ावा देता है और सामाजिक ताने-बाने में अव्यवस्था फैलाने का भी संकेत है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की प्रतिक्रिया
धमतरी के इस विवादित बयान पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि ऐसे कृत्य करने वाले लोग किसी रावण से कम नहीं हैं और उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए।