जिला अदालतों को दुरुस्त करने लगातार दौरा कर रहे जस्टिस सिन्हा
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के चीफ जस्टिस रमेशचंद्र सिन्हा हाईकोर्ट के मामलों की सुनवाई के बाद औचक निरीक्षण के लिए मुंगेली पहुंचे। उन्होंने जिला न्यायालय एवं परिवार न्यायालय का जायजा लिया।
जस्टिस सिन्हा को बेतरतीब ढंग से गाड़ियों का खड़ा किया जाना दिखा, स्थापित कियोस्क मशीन जिसमें प्रकरणों की जानकारी मिलती है की खराबी, न्यायालय परिसर में अस्वच्छता पाई। इसके अलावा बिजली के तार व बिजली पैनल बोर्ड अव्यवस्थित ढंग से फैले हुए पाए गए। इन सब को देखकर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने एक सप्ताह के भीतर व्यवस्था सुधारने का निर्देश जिला न्यायाधीश, चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट तथा प्रशासनिक अधिकारियों को दिया। औचक निरीक्षण में उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल अरविन्द कुमार वर्मा भी शामिल थे ।
मुख्य न्यायाधीश ने वहां के अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में कोर्ट आने वाले वकीलों तथा पक्षकारों को परेशान न होना पडे। उनके बैठने एवं अन्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। जिला न्यायालय में उपरोक्त अव्यवस्था को देखकर जिला न्यायाधीश चंद्रकुमार अजगल्ले को सात दिवस के भीतर स्थिति सुधारने तथा चेतावनी दी कि भविष्य में औचक निरीक्षण के दौरान ऐसी बदहाल स्थिति निर्मित न हो।
चीफ जस्टिस सिन्हा ने कोर्ट परिसर में अधिवक्ताओं से भी चर्चा की। चीफ जस्टिस सिन्हा ने 3 माह पहले ही प्रभार संभाला है और इस बीच में रायपुर बिलासपुर, कांकेर, जगदलपुर, दंतेवाड़ा. कोरबा, कटघोरा एवं मुगेली का निरीक्षण कर चुके हैं तथा मुलभूत आवश्यक कार्यों को शीघ्रातिशीघ्र दुरुस्त करने का निर्देश दे चुके हैं। निचली अदालतों में इसके चलते आधारभूत संरचना में परिवर्तन दिखाई देना शुरू हो गया है।