हरेली तिहार तखतपुर के नेवरा में मनाया सीएम ने, गनियारी में प्रदेश के पहले मल्टीपल स्किल सेंटर का उद्घाटन

बिलासपुर/तखतपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज भाजपा की पिछली सरकार को घेरते हुए कहा कि अतीत में कुछ लोगों ने गाय की सेवा के नाम पर सिर्फ व्यापार किया। चारा खा लिया, गौ मांस की तस्करी की, हड़्डियों को बेचा और शेष बचे हिस्से को खपाने के लिए गौशालाओं में मछली पालन करने लगे। गौ माता की सेवा करने की आड़ में उन्होंने अपना धंधा चलाया। मौजूदा छत्तीसगढ़ सरकार इन सब बातों से दूर गौ माता की सेवा करेगी और जो भी नीति अपनायेगी वह पशुधन में वृद्धि और ग्रामीणों, किसानों में समृद्धि लाने के लिए होगी। मुख्यमंत्री बघेल तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम नेवरा में 26 मॉडल गौठानों का लोकार्पण करते हुए यह बात कही। वे यहां हरेली तिहार में शामिल होने आये थे।

छत्तीसगढ़ी में सम्बोधित करते हुए उन्होंने ग्रामीणों को ‘गाड़ा-गाड़ा’ बधाई दी। उन्होंने कहा कि पहली बार हरेली में शासन ने अवकाश घोषित किया है। पहली बार किसानों का ऋण माफ किया गया है, पहली बार धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपये किया गया है और पहली बार तेंदूपत्ता चार हजार रुपये मानक बोरा दर से खरीदा गया है। पहली बार प्रदेश में गौठान बनाये गए हैं। आज पहली बार लग रहा है कि छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ी सरकार है। यही वजह है कि सरकार ने तीजा, करमा और विश्व आदिवासी दिवस पर भी छुट्टी की घोषणा की है। दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन में पहली बार छत्तीसगढ़ी खाना और ठेठरी-खुरमी जैसे व्यंजन और किस्म-किस्म के चावल मिल रहे हैं। यह उनके मेनू में शामिल कर लिया गया है। छत्तीसगढ़ में धान की 2500 वेरायटी हैं। मरवाही के जवा फूल को कोई कीमत नहीं मिल पाई है। उसकी कीमत मिलनी चाहिए। छत्तीसगढ़ में बटर मशरूम की पैदावार होती है, पर बाहर से यहां से आता है। छत्तीसगढ़ के होटलों में बिलासपुर का मशरूम दिखे। छत्तीसगढ़ की पहचान हमारे तीज त्यौहार, खान-पान और बोल-चाल है, जो खत्म हो रहा था। आज हम उस पुराने गौरव को वापस पहचान दिलाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरेली पर प्रदेश में 500 से अधिक गौठानों का एक साथ लोकार्पण किया गया। इन गौठानों को सरकार नहीं बल्कि गांव के लोग चलाएंगे। यहां चारा, छाया, पानी, कोटना आदि की व्यवस्था रहेगी। सरकार ने ध्यान दिया है कि हर गांव में चारे की कमी है इसलिये हर गांव में पांच से दस एकड़ जमीन चारे के लिए आरक्षित की जा रही है। इससे पशुधन को पौष्टिक आहार मिलेगा और दुग्ध उत्पादन बढ़ने से किसानों में समृद्धि आयेगी। उन्होंने कहा कि धान समर्थन मूल्य बढ़ाने से किसानों के पास पैसा आया है। इसका लाभ केवल किसानों को नहीं बल्कि मजदूर और व्यापारियों को भी मिला है। इसी के चलते प्रदेश में आटोमोबाइल्स और सोने-चांदी की बिक्री में भी वृद्धि हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने राज्य के छोटे-बड़े 33 हजार नालों को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है। अरपा नदी के सूखने के कारण आज यहां के लोग आंदोलित हो रहे हैं, लेकिन जब हम अरपा से जुड़ने वाले सभी नालों को साफ कर पुनर्जीवित करेंगे तो अरपा में अपने-आप पानी आने लगेगा।

छत्तीसगढ़ के पहले पारम्परिक त्यौहार हरेली मुख्यमंत्री की उपस्थिति में ग्राम नेवरा में उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री ने यहां के गौठान में चरवाहे और गाय-बछड़े की मूर्ति का अनावरण किया, कृषि औजारों की पूजा की और गायों को कलेवा खिलाया। मुख्यमंत्री को खुमरी भी पहनाई गई। उन्होंने गौठान के चरवाहों को लाठी, नारियल और गमछा देकर रोका-छेका की रस्म अदा की। रोका-छेका की रस्म हरेली की पूजा के बाद की जाती है। किसान अपने पशुओं को यह कहकर चरवाहों को सौंपते हैं कि आज से पशुओं की देखभाल की जवाबदारी उसकी है।

चीला-चटनी का स्वाद लिया, गेड़ी में चढ़कर स्वीकार किया अभिवादन

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाई गई चीला-चटनी, फरा और गुलगुला का लुत्फ़ उठाया। महिलाओं ने ठेठरी, खुरमी, करी-लड्डू आदि व्यंजन भी उन्हें परोसा। महिला बाल विकास विभाग के स्टाल में मुख्यमंत्री ने देवसेना समूह द्वारा परसा के पत्तल से बनाये गए स्ट्रॉ से शीतल पेय ग्रहण किया और इसकी सराहना की। मरवाही की महिलाओं द्वारा बनाई गई लाख की चूड़ियों की उन्होंने प्रशंसा की। बाड़ी योजना के तहत उद्यानिकी विभाग ने किसानों को सब्जी बीज दिया था, जिससे उत्पादित तरोई, डोड़का, बरबट्टी मुख्यमंत्री को भेंट की गई।

त्यौहार के उत्साह को बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने गेड़ी पर चढ़कर सबको हरेली की बधाई दी और अभिवादन स्वीकार किया। उन्होंने नरियल फेंका और हाथ पर भौंरा चलाया। बच्चों को पारम्परिक फुगड़ी, बिल्लस, खो-खो खेल खेलते हुए देखकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की।

कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों ने स्टाल लगाये थे। गौठान में महिला स्व-सहायता समूह, नेवरा की 43 महिलाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाया जा रहा है, जिनका उन्होंने अवलोकन किया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने स्वागत उद्वोधन दिया। तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ठाकुर ने कहा कि गौठान में की गई व्यवस्था से पशुधन का संवर्धन होगा और किसानों में समृद्धि आयेगी।

चूड़ियां फिरोजाबाद से आती थी, अब हमारी बहनों की बनाई हुई पहनी जायेगी

इसके पहले गनियारी में प्रदेश के गनियारी में प्रदेश के पहले मल्टी स्किल सेंटर ‘आजीविका अंगना’ का उद्घाटन करते हुए आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी कहते थे कि भारत गांवों में बसता है। यह पहली परियोजना है जिससे हमारी माताओं-बहनों को सीधे रोजगार मिलेगा। छत्तीसगढ़ में पहले चूड़ियां फिरोजबाद से आती थीं, अब गनियारी की बहनों की बनाई हुई लाख की चूड़ियां पहनी जायेंगीं। यही नहीं बल्कि इसका निर्यात भी होगा। एलईडी बल्ब बाहर से आते थे अब यहीं बन रहा है। फ्लाई ऐश ब्रिक्स से मकान बन रहे हैं, जिससे दीमकों से छुटकारा मिल रहा है। यदि हम गांवों को सशक्त बनाते हैं तो देश भी मजबूत होगा। आजीविका अंगना महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का सशक्त माध्यम बन गया है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण से राज्य का प्रत्येक परिवार सशक्त बन जायेगा। मुख्यमंत्री के आजीविका अंगना के निरीक्षण के दौरान समूह की महिलाओं ने उन्हें हाथ से बनी सदरी पहनाई। मुख्यमंत्री बघेल ने सदरी पहनकर महिलाओं के कौशल की तारीफ की।

बघेल ने सैनेटरी पैड मशीन, एलईडी बल्ब असेंबलिंग, लेदर बैग, अगरबत्ती निर्माण यूनिट को भी देखा। मुख्यमंत्री ने डोम के बाहर बाह्य गतिविधियों को देखा।  ई-रिक्शा पर बैठकर उन्होंने पेवर ब्लॉक, फ्लाई ऐश ब्रिक्स, सीमेंट पोल निर्माण को देखा। आजीविका अंगना में महिलाओं ने मुख्यमंत्री को उनकी धर्मपत्नी के लिये चूड़ियां भेंट कीं। महिलाओं ने बताया कि इसी केंद्र में उन्होंने इन चूड़ियों को विशेष तौर पर बनाया है। मुख्यमंत्री ने इसके लिये महिलाओं को पांच सौ रूपये की भेंट दी। उन्होंने यहां के झूलाघर की बच्चियों को भी दुलारा। बघेल आजीविका अंगना परिसर में ही काम करने वाली दो सौ महिलाओं को सुरक्षा उपकरण, सौ महिलाओं को सिलाई मशीन वितरण, सौ महिलाओं को सायकिल वितरण और पांच महिलाओं को ई-रिक्शा का वितरण किया। परिसर में ही प्रदेश के गौठानों में बनने वाले पहले बॉयो गैस संयंत्र का लोकार्पण भी किया। यहां मिनी राईस मिल, तेल मिल, दाल मिल एवं अन्य संयंत्र स्थापित किये गये हैं। जो कि प्रदेश के गौठान में निर्मित पहला संस्थान हैं। यह संस्थान गनियारी गौठान परिसर में ही बनाया गया है। जिसका संचालन समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है।

बघेल ने जिला पंचायत सीईओ रितेश अग्रवाल, जनपद पंचायत तखतपुर के सीईओ हिमांशु गुप्ता, एपीओ तथा अन्य अधिकारियों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशस्त्रि पत्र देकर सम्मानित किया। आभार प्रदर्शन तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ठाकुर ने किया।

कार्यक्रम में विधायक शैलेष पांडेय, वन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आर. पी. मंडल, सचिव टी.सी. महावर, संभागायुक्त बी.एल बंजारे, आई जी प्रदीप गुप्ता, जिला पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, कोटा एसडीएम कुणाल दुदावत, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, राजेश तिवारी, अटल श्रीवास्तव, विजय केशरवानी, आशीष सिंह ठाकुर, महेश दुबे, चीका बाजपेयी के अतिरिक्त तखतपुर से जितेन्द्र पांडेय, जगजीत सिंह मक्कड़, भारती माली, घनश्याम शिवहरे, बड्डू गुप्ता, अशरफ वनक, टेकचंद कारड़ा, राजेश देवांगन, मंजीत सिंह, आतमजीत सिंह, राजवीर हूरा, शिव बालक कौशिक, गरीबा यादव, मोहित राजपूत, ज्ञान सिंह, संदीप खाण्डेय, मुकीम‌ अंसारी, बिहारी देवांगन, कैलाश देवांगन, अवधेश शुक्ला, पुष्पा श्रीवास, सुनील जांगड़े, धर्मेश दुबे, राजीव अग्रवाल, राजू सिंह, अभिषेक पांडेय, घनश्याम जांगड़े, सुरेश ठाकुर, मुकीम‌ अंसारी, बिहारी देवांगन, कैलाश देवांगन, अवधेश शुक्ला, घनश्याम जांगड़े, विमला जांगड़े, पुष्पा श्रीवास, दिनेश कौशिक, संतोष कौशिक जनपद अध्यक्ष नूरिता कौशिक, सुरेश ठाकुर आदि उपस्थित थे।

 

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